मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश को देश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करना है। इसके तहत प्रदेश की आर्थिकी को पटरी पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं और इसके लिए उन्होंने 10 वर्ष में हिमाचल प्रदेश को देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने की परिकल्पना की है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से हुई तबाही के बाद युद्धस्तर पर बहाली का काम किया गया और हिमाचल प्रदेश सर्दियों के मौसम में देश-विदेश के पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है।उन्होंने बुधवार को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में भाग लिया
महिलाओं से किया वायदा पूरा करेंगे
सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने 4,000 अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाया है और उनके कल्याण के लिए देश में पहली बार कानूनन हक देते हुए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना शुरू की है, जिसके तहत राज्य सरकार इन बच्चों की 27 वर्ष की आयु पूरी होने तक उनकी देखभाल और उच्च शिक्षा के लिए उचित सहायता दे रही है। लाहौल स्पीति जिला की 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को जनवरी से 1500 रुपये दिए जाएंगे। सभी महिलाओं से किया गया वायदा भी चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती और मुख्यमंत्री के ओएसडी केएस बांशटू भी उपस्थित रहे।