हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव मे भाजपा के 10 मंत्रियों मे से 8 को हार का सामना करना पड़ा। सिर्फ 2 मंत्री जीत दर्ज कर पाए। पांवटा साहिब से जीत का चौका पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी ने लगा कर इतिहास रच दिया।
उनके सामने उन्ही की पार्टी से बागी हुए 4 और चहरे चुनावी मैदान मे उतर गए और सुखराम चौधरी के लिए उन्होंने चक्रव्यूह रच दिया। उधर कांग्रेस प्रत्याशी किरनेश जंग ने भी इस चकरव्यूह का पुरा फायदा उठाने की सोची लेकिन सुखराम चौधरी ने अपने दुवारा करवाए गए विकास के दम पर ना सिर्फ चक्रव्यूह को भेद दिया।
उन्होंने अपने सभी प्रति दुहंदियो की जमानते तक जप्त करवा दी। जहां पांवटा साहिब विधान सभा सीट से सुखराम चौधरी ने जीत का चौका लगा दिया। उधर कांग्रेस प्रत्याशी किरनेश जंग ने भी पांवटा साहिब से सबसे ज्यादा बार हारने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
सुखराम चौधरी को हराने की नियत जो चकरवयूह रचा गया। उसमे खुद को भाजपा समर्थित कहने वाले कुछ लोग शामिल थे। जिन्होने पैसे के दम पर व कुछ मीडिया वालो के द्वारा सुखराम चौधरी को हराने की हर कोशिश की लेकिन उन्हे मुंह की खानी पड़ी।