राईट न्यूज / हिमाचल
प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रदेश में 7,881 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें 7,235 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं जबकि शहरी क्षेत्रों में 646 मतदान केंद्र हैं। कांगड़ा जिला में सबसे अधिक 1,625 जबकि सबसे कम लाहौल-स्पीति जिला में 92 मतदान केंद्र हैं। बयान जारी कर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा है कि राज्य में तीन सहायक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें धर्मशाला का सिद्धबाड़ी, बैजनाथ का बड़ा भंगाल और कसौली केंद्र शामिल हैं। शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र के समरहिल मतदान केंद्र में केवल 33 मतदाता हैं। जिला के रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के पंडार मतदान केंद्र पर पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टी को सात किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा।
आठ विधानसभा क्षेत्रों वाला शिमला जिला के चौपाल विधानसभा क्षेत्र में 114, चरोली मतदान केंद्र में सबसे अधिक 1,298 मतदाता हैं। चंबा जिला में डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के मनोला मतदान केंद्र में सबसे अधिक 1,459 मतदाता हैं। भरमौर विधानसभा क्षेत्र के क्यूनर में मात्र 84 मतदाता हैं। प्रदेश के सबसे अधिक 15 विधानसभा क्षेत्रों वाले कांगड़ा जिला में धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के सबसे अधिक 1,511 मतदाता सिद्धबाड़ी में हैं। सबसे कम मतदाता वाला केंद्र नूरपूर विधानसभा क्षेत्र का कलांगण है, जहां मात्र 75 मतदाता हैं। किन्नौर जिला के का मतदान केंद्र में सिर्फ 16 मतदाता हैं। गर्ग ने कहा कि जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के काजा में 811 जबकि लिंगर मतदान केंद्र में मात्र 38 मतदाता हैं।
कुल्लू जिला के मनाली विधानसभा क्षेत्र के सबसे अधिक मतदाता वाला चिचोंगा मतदान केंद्र में 1,305 मतदाता हैं। इसी जिला के बंजार विधानसभा क्षेत्र के तिलगा में सबसे कम 89 मतदाता हैं। मंडी जिला में 10 विधानसभा क्षेत्र हैं। सुंदरनगर के चौगान में सबसे अधिक 1,403 और सबसे कम जारठू मतदान कें द्र पर मात्र 95 मतदाता हैं। हमीरपुर जिला के स्वाहल मतदान केंद्र में सबसे अधिक 1,283 और बड़सर के बल्ह ढटवालियां मतदान केंद्र में सबसे कम 105 मतदाता हैं।
जिला के ऊना मतदान केंद्र पर सबसे अधिक 1,404, सबसे कम चिंतपूर्णी के सूरी में 246 मतदाता हैं। बिलासपुर के श्री नयनादेवी जी विधानसभा क्षेत्र के बैहल में सबसे अधिक 1281, धाड़त केंद्र में सबसे कम 835 मतदाता हैं। सोलन के दून विधानसभा क्षेत्र के बद्दी में 1,385 और कसौली के गलयाणा में सबसे कम 105 मतदाता हैं। सिरमौर के पांवटा साहिब के देवीनगर में सबसे अधिक 1,423 और नागली मतदान केंद्र में सबसे कम 112 मतदाता हैं।