प्रदेश में टैक्सी-मैक्सी परमिट 12 के बजाय 15 साल करने की मांग उठाई गई है। टैक्सी ऑप्रेटर्स सहित अन्य संगठनों ने एकजुट होकर एक प्लेटफार्म से इसके लिए आंदोलन शुरू करने का ऐलान कर दिया है। सरकार को चेताया है कि 4 दिन में इस बारे निर्णय नहीं लिया गया तो प्रदेश के समस्त टैक्सी ऑप्रेटर्स हड़ताल पर चले जाएंगे। इसका खमियाजा सरकार को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
मंगलवार को एकजुट हुए टैक्सी यूनियनों व संगठनों के प्रतिनिधियों संजय शर्मा व अशोक कुमार शर्मा सहित अन्य ने कहा कि पिछले लंबे समय से सरकार को इस मांग से अवगत करवाया जा रहा है। प्रदेश भर में 80 हजार के करीब टैक्सी ऑप्रेटर्स हैं जबकि जिला कांगड़ा में करीब 10 हजार टैक्सी ऑप्रेटर्स हैं। उन्होंने कहा कि पहले जीपीएस के नाम पर टैक्सी ऑप्रेटर्स को ठगा गया, अब परमिट को भी नहीं बढ़ाया जा रहा है। सरकार टैक्सी ऑप्रेटर्स के हितों की अनदेखी कर रही है।
पहले जीपीएस महंगे दामों पर लगाए और कंपनियां भाग गईं, अब जीपीएस रिचार्ज न हो पाने की वजह से टैक्सियों के चालान काटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों व टैक्सी-मैक्सी ऑप्रेटर्स ने एक सांझा मंच तैयार करने का निर्णय लिया है जिसके चलते मंगलवार को कुनाल पत्थरी में जिला भर से ऑप्रेटर्स जुटे तथा बैठक की गई। उन्होंने सरकार को चेताया है कि 4 दिन के भीतर उनसे बात की जाए और मांग को माना जाए। ऐसा नहीं होता है तो हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।