प्रदेश में 11 गेहूं खरीद केंद्रो का हुआ शुभारंभ, सिरमौर मे 3 खरीद केंद्र

प्रदेश में 11 गेहूं खरीद केंद्रो का हुआ शुभारंभ, सिरमौर मे 3 खरीद केंद्र

राईट न्यूज / सिरमौर

भारतीय खाद्य निगम द्वारा शुक्रवार को जिले के तीन केंद्रों में गेहूं की खरीद शुरू की। पहले दिन एफसीआई ने आधा दर्जन किसानों से 200 क्विंटल गेहूं खरीदी। बेची गई फसल का 24 घंटे के भीतर किसानों को भुगतान किया जाएगा। शाम करीब 5:00 बजे पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने अनाज मंडी का विधिवत शुभारंभ किया।

ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश में 11 गेहूं केंद्र खोले गए हैं जिससे किसानों को अब घर द्वार पर ही फायदा मिलेगा, सिरमौर जिले मे 3 केंद्र खोले हैं। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने पांवटा मंडी का निरीक्षण भी किया और मंडी आने वाले किसानों को तमाम सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश भी दिए।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार हर वर्ग व क्षेत्र के विकास के प्रति गंभीर हैं। सरकार ने घरद्वार मंडियां खोलकर किसानों को अपना अनाज बेचने की सुविधा दी है। पहले किसानों को पड़ोसी राज्यों की ओर रुख करना पड़ता था। और औने पौने दामों पर अपनी फसलों को बेचना पड़ रहा था पिछले वर्ष से पांवटा साहिब में गेहूं की खरीदारी की जा रही है और कुछ माह पूर्व धान की खरीदारी भी शुरू कर दी गई थी।

कृषि उपज मंडी समिति सिरमौर अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा कि धान, गेहूं, गन्ना व स्ट्राबेरी की अच्छी पैदावार जिले में होती है। शुक्रवार से तीन गेहूं खरीद केंद्र शुरू होने से हजारों किसानों को सुविधा मिलेगी। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना, धौलाकुआं और कालाअंब तीन गेहूं खरीद केंद्रों में खरीद शुरू हुई है।

किसान आन्दोलन का मिला फायदा हिमाचल के किसानों को

वैसे देखा जाए तो केन्द्र द्वारा थोपे गए तीन काले कृषि बिल के खिलाफ सितंबर 2020 मे शुरु हुए किसान आन्दोलन को शुरू तो पंजाब हरियाणा ने किया जो की दिल्ली के बॉर्डर्स पर लगभग सवा साल तक चला।जब हिमाचल के किसान भी आन्दोलन मे शामिल हुए। 26 जनवरी 2021 को अनिंद्र सिंह नॉटी की अगुवाई में जोरदार ट्रैक्टर रैली हुई। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने 7 अप्रैल 2021 को पांवटा साहिब के हरिपुर टोहाना ने जनसभा की। हरियाणा, पंजाब ने बाहरी राज्यों की फसल खरीदने से मना कर दिया। हिमाचल सरकार को दबाव में हिमाचल मे मंडिया खोलनी पड़ी। जिस का फायदा हिमाचल के किसानों को मिला घर के नजदीक ही गेहूं बिकने लगा। लोकल ट्रक आप्टर्स को भी मंडी से बड़ा फायदा हुआ।

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