राईट न्यूज / विकासनगर
पछवादून ट्रक डंपर ड्राइवर समिति चेतावनी दी है कि यदि उत्तराखंड के ट्रकों को हिमाचल में अकारण रोका गया तो समिति अन्य राज्यों के ट्रक उत्तराखंड में घुसने नहीं देगी।
उन्होंने इस बारे में एक ज्ञापन उपजिला अधिकारी विकास नगर के माध्यम से जिलाधिकारी देहरादून व पुलिस क्षेत्राधिकारी विकास नगर को भेजा है।
समिति के सदस्यों ने कहा विभिन्न प्रदेशों से लगी उत्तराखंड राज्य की सीमा में विभिन्न प्रदेशों के वाहन चौबीस 24 घंटे आने-जाने दिए जाते हैं। लेकिन उत्तराखंड राज्य के वाहनों को हिमाचल बॉर्डर पर 18 घंटे तक रोके रखा जाता है।
जिससे बाहरी राज्यों के ट्रक डंपर लाभ उठा रहे है और उत्तराखंड के नेताओं, मंत्रियों तथा अधिकारियों की अकर्मण्यता के चलते उत्तराखंड राज्य को राजस्व हानि तथा वाहन स्वामियों का भारी नुकसान हो रहा है।
सिर्फ 6 घंटे का काम करने की एवज में पूरे 24 घंटे ड्राइवर कंडक्टर लाइन में लगकर अपने परिवार रिश्तेदारों तथा समाज से दूर होते जा रहे हैं और उनका स्वास्थ्य भी निरंतर गिरता जा रहा है।
सुबह 6:00 बजे से नो एंट्री होते ही ड्राइवर कंडक्टर को वाहन सहित जहाँ के तहाँ रोक दिया जाता है और उन्हें घर भी आने नहीं दिया जाता और जो कि सरासर मानव अधिकारों का हनन है।
शासन प्रशासन के इस रवैये के विरुद्ध पछवादून ट्रक डंपर ड्राइवर समिति अपने अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग उत्तराखंड में शिकायत करेगी एवं यदि 24 घंटे अन्य राज्यों की भर्ती उत्तराखंड राज्य के वाहन को दूसरे राज्यों में प्रवेश नहीं दिया जाता है तो पछवादून ट्रक डंपर ड्राइवर समिति 25 जुलाई से बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को सीमा पर ही रोकने का कार्य करेगी।
देहरादून जिले के समस्त ड्राइवर एवं कंडक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहकर बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को रोकने का कार्य करेगी क्योंकि शासन प्रशासन को पूर्व में दिए गए ज्ञापन पर भी शासन प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इसलिए किसी भी अवस्था के लिए शासन प्रशासन खुद उत्तरदायी होगा।