Himachal: ट्रैफिक ने बर्बाद की सालों की मेहनत, भर्ती परीक्षा में 5 मिनट की देरी पर नहीं मिली एंट्री

Himachal: ट्रैफिक ने बर्बाद की सालों की मेहनत, भर्ती परीक्षा में 5 मिनट की देरी पर नहीं मिली एंट्री

राइट न्यूज हिमाचल

हजारों उम्मीदों और वर्षों की तैयारी के बाद जब एक युवा परीक्षा केंद्र के दरवाज़े पर पहुंचता है, तो वह एक बेहतर भविष्य की दहलीज़ पर होता है। लेकिन हिमाचल की राजधानी शिमला में आज रविवार को कई युवाओं का यह सपना उसी दहलीज पर उस समय टूट गया, जब मात्र 5 मिनट की देरी पर पहुंचने पर उन्हें परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिली। जिसके चलते कुछ युवा परीक्षा में बैठने से वंचित रह गए। परीक्षा से वंचित इन अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा को रद्द कर दोबारा करवाए जाने की मांग की है।

दरअसल हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा रविवार को जेओए (आईटी) की लिखित परीक्षा आयोजित की गई। राजधानी शिमला में भी पोर्टमोर स्कूल में परीक्षा के लिए सेंटर बनाया गया था। जहां 10ण्30 बजे सेंटर के अंदर की एंट्री का समय था ओर 11 बजे से परीक्षा शुरू होनी थी। लेकिन कुछ अभ्यर्थी 5 मिनट की देरी से परीक्षा केंद्र में पहुंचे, जिसके चलते उन्हें सेंटर के अंदर नही जाने दिया गया, जिससे अभ्यर्थी खासे निराश हुए।

आंखों में टूट सपनों के आंसू लिए अभ्यर्थियों ने कहा कि हमने सब कुछ समय पर किया, दस्तावेज़ पूरे थे, लेकिन ट्रैफिक हमारे हाथ में नहीं था। एक अन्य लड़की ने भावुक स्वर में कहा, मेरे माता.पिता ने पैसे जोड़कर मुझे कोचिंग दिलवाई थी। मैंने दिन.रात मेहनत की, लेकिन अब लगता है कि सारी मेहनत बेकार गई।इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी शिमला के दूर दराज के क्षेत्रों जैसे रोहड़ू चौपाल से परीक्षा देने पहुंचे थे। लेकिन कई अभ्यर्थी शहर में लगातार लग रहे ट्रैफिक जाम के चलते समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पाए थे।

जिसके चलते वह इस परीक्षा से वंचित रह गए। बता दें कि राजधानी शिमला में आजकल भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। जिसके चलते शहर भर में जाम लग रहा है। अब यह अभ्यर्थी जेओए आईटी की इस परीक्षा को रद्द करवा कर दोबारा करवाने की मांग कर रहे है।रोहड़ू से परीक्षा देने आई प्रीति और कुसुम ने बताया कि वह इस परीक्षा के लिए सुबह पांच बजे घर से निकली थी। लेकिन शहर में लग रहे ट्रैफिक जाम के चलते वह परीक्षा केंद्र में मात्र पांच मिनट देरी से पहुंची। अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अंतिम समय सीमा सुबह 10:30 बजे तय की गई थी।

लेकिन शिमला के विभिन्न हिस्सों में फैले भीषण ट्रैफिक जाम ने कई युवाओं की वर्षों की तपस्या पर पानी फेर दिया। कई छात्र.छात्राएं परीक्षा केंद्र से महज़ कुछ कदम दूर थे, लेकिन निर्धारित समय से चंद मिनट देर होने के कारण उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। कुछ केंद्रों पर तो हालात इतने सख्त थे कि छात्रों के विनम्र अनुरोधों पर भी कर्मचारियों ने कोई नरमी नहीं दिखाई।अभ्यर्थियों ने बताया कि वह इस परीक्षा के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे थे।

लेकिन मात्र पांच मिनट की देरी ने उनकी वर्षों की मेहनत को बर्बाद कर दिया। अभ्यर्थियों का कहना था कि पहले ही प्रदेश में बहुत कम परीक्षाएं निकल रही हैं, बावजूद उसके परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाने से उनकी मेहनत बर्बाद हो गई। उन्होंने सरकार व प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि इस परीक्षा का आयोजन फिर से किया जाए।इसी तरह से जेओए आईटी की परीक्षा देने आए बालकृष्ण ने कहा कि वह परीक्षा देने के लिए 10:32 पर परीक्षा केंद्र में पहुंचे थे, लेकिन परीक्षा केंद्र में पहुंचने का समय 10:30 था। मात्र 2 मिनट की देरी के बाद उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया।

उन्होंने कहा कि शिमला में अगर ट्रैफिक जाम की बात की जाए तो पहुंचने में देरी हो जाती है। इस कारण परीक्षा केंद्र में भी पहुंचने में देरी हो गई। बालकृष्ण ने कहा कि आज लगभग 40 से 50 बच्चों को परीक्षा में बैठने नही दिया गया।। उन्होंने कहा कि वह इस बाबत शिकायत भी करेंगे और आवश्यकता पड़ी तो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे।

बता दे प्रदेश भर में कुल 54 केंद्रों पर जेओए आईटी की परीक्षा आयोजित की जा रही है। जिसमे कुल 16 हजार 194 अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे। यह परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की गई। पहला पेपर सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक हुआ। जबकि दूसरा पेपर का समय दोपहर बाद 2 से शाम 4 बजे तक था। परीक्षा को सुचारू ढंग से आयोजित करने के लिए प्रशासन की ओर से कड़े प्रबंध किए गए थे।

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