राइट न्यूज हिमाचल/सोलन
देश की रक्षा के लिए भारतीय सेना को 158 अग्निवीर मिले हैं. गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के सबाथु में 14 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र से ये 158 अग्निवीरों ने अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कसम-परेड की।ऐतिहासिक सलारिया स्टेडियम में एक शानदार परेड में 158 अग्निवीरों का दल पास आउट हुआ. भारतीय गणराज्य के प्रति निष्ठा की शपथ लेने वाले इन रंगरूटों ने शारीरिक फिटनेस, युद्ध और फील्ड क्राफ्ट, हथियारों और रणनीति के विभिन्न पहलुओं में 31 सप्ताह से अधिक का कठोर प्रशिक्षण लिया है।
अग्निवीर अब भारतीय सेना की पहली और चौथी गोरखा राइफल्स की गोरखा बटालियनों में शामिल होंगे, जिनका 200 से अधिक वर्षों का वीरता और बलिदान का समृद्ध और गौरवशाली सैन्य इतिहास है.14 गोरखा प्रशिक्षण केंद्र के कमांडेंट ब्रिगेडियर पुनीत शर्मा ने परेड का निरीक्षण किया. उन्होंने परेड को संबोधित भी किया, जिसमें उन्होंने सभी रंगरूटों को देश की सभी सीमाओं पर राष्ट्रीय और भारतीय सेना का झंडा ऊंचा रखने के लिए प्रेरित किया. परेड के बाद बेहतरीन तालमेल के साथ शौर्य प्रदर्शन के साथ संगीत का मधुर पाइप बैंड की प्रस्तुति हुई।
समारोह का समापन एक शानदार शारीरिक कौशल प्रदर्शन के साथ हुआ, जिसने दर्शकों को अचंभित कर दिया. इस कार्यक्रम में 300 से अधिक सेवारत व भूतपूर्व सैनिकों, अग्निवीरों के माता-पिता और रिश्तेदार शामिल हुए।गौरतलब है कि भारतीय सेना में अग्निवीर योजना के तहत युवा जा सकते हैं. इस दौरान चार साल के लिए सेना में युवाओं को नौकरी करने का मौका मिलेगा. इस दौरान चार साल बाद वह रिटायर हो जाएंगे।अग्निवीरों को 6 महीने तक प्रशिक्षण दिया जाता है और चार साल बाद 25 फीसदी को स्थायी सेवा में शामिल करने के लिए प्रावधान है. अग्निवीरों को भारतीय नौसेना में अपनी नियुक्ति अवधि के दौरान 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाएगा.