राइट न्यूज हिमाचल
शिमला के कुख्यात ड्रग तस्कर सोनू गैंग को चिट्टा सप्लाई करने वाली अटवाल गैंग की सरगना आशा देवी को पुलिस ने दिल्ली से पकड़ा है। पुलिस को कई दिनों से उस पर नजर थी। इससे पहले की वह विदेश भाग पाती, शिमला पुलिस ने उसे धर दबोचा। आशा देवी (42) कुल्लू की रहने वाली थी और वहां के चिट्टा सरगना अटवाल गैंग की खास थी। नेपाली मूल की आशा देवी सोनू गैंग के सदस्य चिट्टा तस्करों की गिरफ्तारी के बाद से दबाव में थी।
उसे अंदाजा था कि उसे पुलिस कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। इसी को देखते हुए उसने दिल्ली से होकर नेपाल भागने की योजना बनाई। लेकिन कुल्लू एसपी की मदद से शिमला पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने सीडीआर और उसकी मोबाइल लोकेशन के आधार पर दबोचा है। आशा देवी की गिरफ्तारी से कुल्लू में सोनू गैंग का पूरी तरह से सफाया हो गया है।
आशा देवी (42), पत्नी विष्णु थापा, निवासी वार्ड-3 सुईभरा, डाकघर पिपलागे, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू को पुलिस शिमला ले आई है। बीते 3 मार्च को पुलिस ने सोहन लाल (32) और उसकी पत्नी गीता श्रेष्ठ (25) को 26.68 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़ा था। इस मामले में अटवाल गैंग की सरगना पूजा अटवाल और अर्शदीप सिंह अटवाल से पूछताछ की गई तो उन्होंने आशा देवी का नाम बताया।
पुलिस को सोनू गैंग से गीता श्रेष्ठ, पूजा अटवाल और अर्शदीप सिंह अटवाल के बीच लाखों रुपए के लेन-देन की जानकारी मिली। इसी के आधार पर पुलिस आशा देवी पर नजर रखने लगी। पुलिस की योजना उसे रंगे हाथ पकड़ने की थी। पुलिस की जांच में पता चला है कि अर्शदीप सिंह अटवाल पंजाब से चिट्टा लाकर आशा देवी को चिट्टा उपलब्ध कराते थे। यह काम पिछले काफी सालों से जारी था। आशा देवी सोनू गैंग के बीच की कड़ी थी, जो उन्हें चिट्टा देती थी।
अर्शदीप सिंह अटवाल महीने में 3-4 बार सोनू गैंग से जुड़ी गीता श्रेष्ठ और आशा देवी को चिट्टे की सप्लाई करने पंजाब से हिमाचल आता था। वे एक बार में करीब 80 ग्राम तक चिट्टा बेचने के लिए आशा देवी को देते थे। अब आशा देवी की गिरफ्तारी से सोनू गैंग का कुल्लू जिला में चल रहा नशे का रैकेट ध्वस्त हो गया है। पुलिस सोनू और अटवाल गैंग के 33 तस्करों को पकड़ चुकी है, जिनमें 3 महिलाएं तथा 2 आरोपी पंजाब के रहने वाले हैं।