राइट न्यूज हिमाचल
साल 2020 में पूरी दुनिया को हिला देने वाले कोरोना वायरस ने लाखों लोगों को मौत की नींद सुला दिया था। वहीं करोड़ों लोग इसकी चपेट में आए थे। कोरोना वायरस की उत्पति साल 2019 में चीन के वुहान शहर से हुई थी।मेटान्यूमोवायरस (HMPV) चीन में तेजी से फैल रहा है। इस वायरस ने चीन में तबाही मचानी शुरू कर दी है। अब यह वायरस अन्य देशों में भी फैलने लगा है।
चीन के इस खतरनाक ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस HMPV ने भारत में भी दस्तक दे दी है। भारत में एचएमपीवी के तीन मरीजों की पुष्टि हुई है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आठ महीने के एक लड़के और तीन महीने की एक लड़की में HMPV के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया।वहीं, अहमदाबाद में दो महीने के बच्चे में HMPV का पता चला है, जो राजस्थान के डुंगरपुर का रहने वाला है। फिलहाल एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे बच्चे की हालत स्थिर बताई जा रही है।
भारत में एचएमपीवी के मरीजों की पुष्टि होने के बाद केंद्र में स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल रहे हिमाचल के जगत प्रकाश नड्डा की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है और यह भी स्पष्ट किया है कि मरीजों का अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह वायरस पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में मौजूद है और इससे जुड़ी श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले कई देशों में मिले हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पहले से ही चीन में स्थिति के बारे में समय पर अपडेट दे रहा है ताकि चल रहे उपायों के बारे में और जानकारी मिल सके। वहीं देश भर के स्वास्थ्य विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया है। ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।बताया जा रहा है कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के लक्षण भी कोरोना की ही तरह हैं।
इस वायरस की चपेट मंे आने वाले लोगों को सर्दी खांसी और बुखार हो रहा है। इसका प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों पर अधिक पड़ रहा है।चीन के अधिकारियों ने भी लोगों से भीड़भाड़ वाली जगहों पर ना जाने, मास्क पहनने और अपने हाथों को साफ रखने को कहा है। HMPV से होने वाले संक्रमण को ठीक करने के लिए वर्तमान में कोई टीका उपलब्ध नहीं है।खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल या टिशू पेपर से ढकें।अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी या अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र से धोएं।
बुखार, खांसी और छींक आने पर सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें। खूब पानी पिएं और पौष्टिक भोजन करें।सुनिश्चित करें कि संक्रमण को कम करने के लिए सभी क्षेत्रों में पर्याप्त वेंटिलेशन हो।
क्या नहीं करना चाहिए
हाथ मिलाना
टिशू पेपर और नैपकिन को रीसायकल करें
बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क
आंख, नाक और मुंह को बार-बार छूना