राइट न्यूज हिमाचल
अभी विगत माह सहकारी बैंक शाखा नौहराधार में हुई करोड़ों रुपए की धांधली का निपटारा भी नहीं हुआ था कि अब हरिपुरधार बाजार के करीब तीन दर्जन लोगों की लगभग छह लाख की जमापूंजी पर हाथ साफ करके तथाकथित कंपनी रातोंरात गायब हो गई है। कंपनी के ऑफिस में पिछले करीब चार महीने से ताला लटका हुआ है।
यथावत संचित निधि लिमिटेड नाम से हरिपुरधार बाजार में नौहराधार मार्ग पर मार्च में एक प्राइवेट बैंक खुला था। बाजार के लोगों को भारी भरकम ब्याज का झांसा देकर इस तथाकथित कंपनी में लगभग तीन दर्जन लोगों ने अपनी पूंजी जमा करवाई थी।
जुलाई महीने तक कंपनी ने लोगों से करीब छह लाख से अधिक की राशि एकत्रित की और अगस्त महीने में ऑफिस में ताला लगाकर यह कंपनी रातोंरात गायब हो गई। बैंक में ताला देखकर उपभोक्ताओं ने कंपनी के मैनेजर को फोन करने शुरू कर दिए, मगर उन्होंने किसी का भी फोन रिसीव नहीं किया।
30 लोगों ने शनिवार को कंपनी के मालिक गुमान सिंह व उसकी पत्नी अमिता व उनके एक ओर सहयोगी संदीप के खिलाफ पुलिस चौकी हरिपुरधार में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायतकर्ता नारायण सिंह के मुताबिक उनके 72600 रुपए, हरदेव राणा व अमन के 45-45 हजार, अर्चना देवी के 50 हजार, केदार सिंह के 53,500 रुपए कंपनी ने हड़प लिए हैं।
इसके अलावा पलका शर्मा, जगदीश, रोहित, मीरा व श्यामा समेत 45 लोगों के करीब छह लाख रुपए कंपनी ने हड़प लिए हैं। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को बताया कि कंपनी कर ओर से उन्हें चेक दिए गए हैं, मगर जिस खाते के चेक दिए हैं इस खाते में बैलेंस कम होने के कारण सभी चेक बाउंस हो गए हैं।
उधर एसएचओ संगड़ाह मनसा राम ने कंपनी के खिलाफ शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जल्द ही छानबीन शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है वह नौहराधार क्षेत्र के रहने वाले हैं। इस मामले की छानबीन के लिए नौहराधार पुलिस का सहयोग लिया जाएगा।
