राईट न्यूज / शिमला
हिमाचल में अब गाड़ियों का पंजीकरण महंगा होगा। सरकार ने शुक्रवार को सदन में नया विधेयक पारित कर दिया। गाड़ियों का पंजीकरण शुल्क वाहन की कीमत से छह प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक कर दिया गया है। इनमें दो पहिया वाहनों से लेकर लग्जरी गाड़ियां भी शामिल होंगी।सदन में विपक्ष ने कोरोना के समय में ऐसा कानून नहीं बनाने का विरोध किया। कहा कि इसका जनता पर बोझ पडे़गा। चर्चा में विपक्ष के विरोध के बीच इस बिल को सत्तारूढ़ दल के ध्वनिमत से पारित कर दिया। परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि इस बिल का लाना आवश्यक था। देश भर में एकरूपता लाई जा रही है। परिवहन परिषद की बैठक में केंद्रीय स्तर पर फैसला हुआ है। विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि मोटर और अन्य वाहनों के मामले में सरकार एकमुश्त पैसा एकत्र करना चाहती है।
ऐसे बिल को पारित करने की क्या जल्दी है। कहा कि कहां से लोग पैसे देंगे। कोविड काल में इसे लागू न करें। परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष कोरोना के साथ विषय को जोड़कर बोल रहा है। पूरे देश में इस तरह की व्यवस्था हो रही है। इससे टैक्स की लीकेज भी रुकेगी। मोटर व्हीकल एक्ट में गाड़ियां डिफाइन हैं, इन्हें अलग से भी राज्य के नियमों में किया जा सकता है। इससे पूर्व विधायक सुखविंद्र सुक्खू ने कहा था कि हर गाड़ी की नियमावली को इस बिल में डालें। मंत्री बोले – कोविड कब खत्म होगा, इसकी तो मुझे भी जानकारी नहीं है। बाद में सत्तारूढ़ दल के आग्रह पर कांग्रेस विधायक जगत नेगी ने संशोधन प्रस्ताव को वापस ले लिया।