राइट न्यूज हिमाचल
चालक विकास कुमार ने बताया कि वह रोपड़ से वल्कर में सीमैंट की राख लेकर नगरोटा बगवां जा रहा था, जहां फोरलेन का कार्य चल रहा है। देर रात जैसे ही दरकाटा में पहुंचा तो एक तीखे मोड़ पर वल्कर के आगे जंगली जानवर आ गया। वहीं विपरीत दिशा से एक कार आ रही थी तो ऐसे में कार व जंगली जानवर को बचाते हुए वल्कर सड़क किनारे लगे क्रेटवाल से टकराकर पलट गया।
रानीताल-मुबारिकपुर नैशनल हाईवे पर दरकाटा में एक तीखे मोड़ पर सीमैंट की राख से भरा वल्कर (सीमैंट ट्रक) अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। गनीमत रही कि हादसे में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ। इस हादसे में चालक को सिर और टांगों में चोटें आई हैं, जिसने पास के ही एक निजी क्लीनिक में अपना उपचार करवाया। हादसे का कारण वल्कर के आगे सड़क पर अचानक जंगली जानवर का आना बताया जा रहा है।
चालक ने बताया कि हालांकि जब हादसा हुआ उस समय ट्रक की ज्यादा स्पीड नहीं थी। उसने वल्कर को पलटने से बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन फिर भी वल्कर अनियंत्रित होकर पलट गया। उसने बताया कि इस हादसे में उसके सिर व टांग में चोटें आई हैं। वल्कर का आगे का शीशा तोड़कर वह बड़ी मुश्किल से बाहर निकल पाया। उसने बताया कि इस हादसे में 2 से 3 लाख रुपए के करीब नुक्सान हुआ है।
गौरतलब है कि रानीताल से देहरा तक सड़क पर बेसहारा पशुओं व जंगली जानवरों के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं। सरकार व प्रशासन को इन बेसहारा पशुओं व जंगली जानवरों की समस्या का शीघ्र ही समाधान करना चाहिए ताकि इस रो पर आए दिन हो रहीं सड़क दुर्घटनाओं को टाला जा सके।