राईट न्यूज / शिमला
नागालैंड के पूर्व राज्यपाल, पूर्व सीबीआई निदेशक व हिमाचल के पूर्व पुलिस महानिदेशक रहे डॉ. अश्वनी कुमार ने शिमला स्थित अपने आवास में फंदा लगाकर की खुदकुशी कर ली है। पुलिस सूत्रों के अनुसार शिमला स्थित ब्राक हास्ट में आवास में उनका शव लटका पाया गया। पूर्व आईपीएस अधिकारी ने यह खौफनाक कदम क्यों उठाया, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। फिलहाल एसपी शिमला मोहित चावला की अगुवाई में पुलिस टीम घटनास्थल पर मौजूद है और मामले में जांच कर रही है। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिनमें लिखा गया है कि जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूं। खुदकुशी की इस घटना से हर कोई स्तब्ध है।
70 वर्षीय अश्वनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था तथा पावंटा साहिब से 5 किलोमीटर दूर अमरकोट अश्वनी कुमार का पुश्तैनी गाँव हैं। वह आईपीएस अधिकारी थे और सीबीआई व एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे। अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के निदेशक रहे। अश्वनी कुमार सीबीआई के पहले ऐसे प्रमुख थे जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया। मार्च 2013 में उन्हें नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के वीसी भी रहे।