राइट न्यूज हिमाचल
पांवटा साहिब में जल्द ही गोंदपुर औद्योगिक क्षेत्र में कचरा डंपिंग को खत्म करने के लिए एक नया नेचर पार्क बनाया जाएगा, जिसको लेकर वन विभाग द्वारा गोंदपुर औद्योगिक क्षेत्र में सडक़ के किनारे खराब वन क्षेत्र के पर्यावरण पुर्नस्थापना नई परियोजना के लिए अंतत: काम शुरू कर दिया है। इस दौरान डीएफओ पांवटा साहिब ऐश्वर्य राज ने बताया कि यह क्षेत्र एनएच के साथ पड़ता है और इसे बहुत लंबे समय से डंपिंग स्थान और अनाधिकृत पार्किंग स्थान के रूप में माना जाता है।
मई, 2024 में प्राप्त एमओईएफ एंड सीसी द्वारा पांवटा साहिब वन प्रभाग के लिए नई कार्य योजना के हिस्से के रूप में इस क्षेत्र को इको टूरिज्म के तहत विकसित करने की मंजूरी दी गई थी।उन्होंने बताया कि नेचर पार्क बनने से स्थानीय लोगों, पर्यटकों और आसपास के उद्योगों के श्रमिकों को पर्यावरण बहाली और नए विकास से लाभ होगा।
यह पार्क प्राकृतिक पुनर्जनन को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ जापानी उद्यान तत्त्वों के साथ भू-निर्माण के लिए छोटी देशी प्रजातियों के रोपण पर आधारित है। यमुना रिवर फ्रंट (फरवरी 2024 में हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री द्वारा उदघाटन) के बाद यह वन विभाग द्वारा इस वर्ष दूसरा प्रकृति पार्क होगा। शुरुआत के रूप में बुधवार को आरओ मोहन सिंह के नेतृत्त्व में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा क्षेत्र से 500 किलोग्राम कचरा एकत्रित किया गया और ट्रैक्टर द्वारा भाटांवाली में एमसी कचरा उपचार संयंत्र में ले जाया गया और सौंपा भी गया।
जल्द ही बाड़ लगाने और रोपण का काम शुरू हो जाएगा। साथ ही बैठने की जगह, भू-दृश्य, प्रकृति जागरूकता पोस्टर आदि भी शामिल होंगे।
इस परियोजना को एनसीएपी और स्थानीय औद्योगिक कंपनियों के सीएसआर के माध्यम से एक सार्थक, पर्यावरणीय सार्वजनिक भलाई बनाने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए एक जीत के रूप में लिया जा रहा है।
