राइट न्यूज हिमाचल
पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में चल रही जांच के बीच सोमवार को सीबीआई ने गोबिंदसागर झील में नाव चलाने वाले दो मछुआरों से पूछताछ की। सीबीआई कार्यालय शिमला में सुबह 11:30 बजे से 1:00 बजे तक चमनलाल और कुंजूलाल से सवाल-जवाब किए गए। सीबीआई ने मछुआरों से यह भी पूछा कि सबसे पहले शव की जांच किसने की। मछुआरों ने कहा कि हमारे सामने किसी ने भी शव की जांच नहीं की।
मछुआरों ने सीबीआई टीम को बताया कि उन्हें झील से शव को निकालने के लिए बुलाया गया था। रस्सी से उन्होंने शव को नाव से बांधा और किनारे तक लेकर आए। इसके बाद शव की तलाशी किसने ली, शव से क्या मिला, उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। सीबीआई ने मछुआरों से शव की स्थिति और किसी बाहरी चोट या असामान्य निशानों को लेकर भी सवाल पूछे।विमल नेगी के शव से मिली पेन ड्राइव को लेकर भी मछुआरों से पूछताछ की गई।
सीबीआई मछुआरों के बयानों को प्रत्यक्षदर्शी साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल करना चाह रही है, क्योंकि वह घटनास्थल पर मौजूद थे और शव के पहले संपर्क में आए थे। सीबीआई के लिए मछुआरों के बयान विमल नेगी की मौत की परिस्थितियों, संदिग्ध गतिविधि की पहचान करने और जांच को सही दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।सीबीआई की एक टीम ने हमीरपुर में डाला डेरासीबीआई की एक टीम ने बीते दो दिनों से हमीरपुर में डेरा डाल रखा है।
विमल नेगी मौत मामले से संबंधित एक अधिकारी की हमीरपुर में संपत्ति है। अधिकारी के कॉल रिकाॅर्ड डाटा के आधार पर सीबीआई अधिकारी की हमीरपुर आवाजाही को विमल नेगी मौत से जोड़कर देख रही है।