राइट न्यूज हिमाचल/शिमला
हिमाचल में साइबर ठगी को लेकर शिमला, बद्दी, सोलन, नालागढ़ व बिलासपुर को संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया है। बीते 6 माह में साइबर क्राइम से जुड़ी जो शिकायतें दर्ज हुई हैं, उसके तहत सबसे अधिक ठगी के मामले उक्त क्षेत्रों के अंतर्गत की सामने आए हैं। बीते 6 माह के दौरान उक्त क्षेत्रों से जुड़ी साइबर ठगी की 3054 शिकायतें राष्ट्रीय साइबर रिपोर्टिंग प्लेटफार्म (एनसीआरपी) पोर्टल में दर्ज हुईं। इन शिकायतों के तहत 12.57 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है।
वहीं मंगलवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक दक्षिण रेंज अंजुम आरा ने पुलिस उपमहानिरीक्षक साइबर क्राइम मोहित चावला के साथ सी.वाई. स्टेशन 1930 का दौरा किया।जानकारी के अनुसार 1930 पर शिकायतकर्त्ताओं की रोजाना साइबर ठगी से जुड़ी 500 से 600 शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे में साइबर ठगी की सभी शिकायतों को स्टेशन में 24 घंटे तैनात पुलिस कर्मचारियों द्वारा एनसीआरपी पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि शिकायतकर्त्ता के साथ जो वित्तीय ठगी हुई है, उस राशि को होल्ड किया जा सके। इसके साथ ही साइबर ठगी से जुड़ी अन्य शिकायतों को भी एक तय समय अवधि के भीतर एनसीआरपी पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।
आदेशानुसार साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों में होल्ड राशि को रिलीज करने के लिए एफआईआर की जरूरत नहीं होती है तथा बिना प्रथम सूचना रिपोर्ट के भी उक्त राशि को शिकायतकर्त्ता के खाते में रिलीज किया जा सकता है। विभाग ने साइबर अपराध व शिकायतों के निपटारे के लिए हर जिला में स्थापित साइबर सैल में तैनात उप पुलिस अधीक्षक पद के अधिकारी को प्रभारी बनाया है।शिमला में 1407 शिकायतें, 5.71 करोड़ की ठगीबीते 6 माह के दौरान जिला पुलिस बद्दी के तहत साइबर ठगी से जुड़ी 610 शिकायतें सामने आई हैं और करीब 3 करोड़ की वित्तीय ठगी हुई है। इसी तरह बिलासपुर जिला से जुड़ी 444 शिकायतें दर्ज हुईं, जिसमें 1.64 करोड़ की वित्तीय ठगी, शिमला जिला के अंतर्गत साइबर ठगी की 1407 शिकायतें सामने आई हैं, जिसमें 5.71 करोड़ की वित्तीय ठगी का आरोप है। इसी तरह एनसीआरपी पोर्टल पर जिला सोलन से जुड़ी 593 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जिसमें 2.22 करोड़ की वित्तीय ठगी का आरोप है।