राइट न्यूज हिमाचल
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की धमाकेदार एंट्री हो चुकी है और झमाझम बारिश का दौर लगातार जारी है। राज्य में अगले सात दिनों तक भारी बारिश की संभावना को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है।लाहौल-स्पीति जिले के उदयपुर उपमंडल में स्थित जाहलमा नाले में आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है। नाले में बड़ी मात्रा में मलबा और पानी आ जाने से इलाके की सिंचाई योजनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है। कई पाइपलाइनें बह गई हैं और पेड़ भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस घटना से लिंडूर गांव को और भी बड़ा खतरा पैदा हो गया है, जो पहले से ही भूस्खलन की समस्या से जूझ रहा है।
जाहलमा नाले में बाढ़ के कारण हो रहा भू-कटाव लिंडूर गांव की पहाड़ी के धंसने की गति को और भी तेज कर सकता है। गांव के निवासी अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।अगले सात दिनों का मौसम पूर्वानुमान:मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में अगले सात दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।21, 24 और 27 जून: इन तारीखों पर राज्य के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ जगहों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इसका मतलब है कि आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है, लेकिन तुरंत कोई बड़ा खतरा नहीं है।22, 23, 25 और 26 जून: इन दिनों अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। हालांकि, कई भागों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि आपको संभावित खतरनाक मौसम की तैयारी करनी चाहिए, जो आपके जीवन और संपत्ति के लिए खतरा पैदा कर सकता है।इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट:मौसम विभाग ने विशेष रूप से चंबा, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में रहने वाले लोगों और वहां जाने की योजना बना रहे यात्रियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।क्या करें और क्या न करें:सुरक्षित रहें: भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और नदी-नालों से दूर रहें।अपडेट रहें: मौसम विभाग की चेतावनियों और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी निर्देशों पर ध्यान दें।यात्रा से बचें: अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर पहाड़ी और संवेदनशील इलाकों में।तैयारी करें: आपातकाल की स्थिति के लिए एक किट तैयार रखें जिसमें भोजन, पानी, प्राथमिक उपचार और जरूरी दवाएं हों।अफवाहों पर ध्यान न दें: केवल विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें।राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आपदा प्रबंधन टीमें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।