भारत-पाक तनाव के बीच HRTC का बड़ा फैसला, इन रूटों पर चलने वाली बस सेवाओं पर रोक

भारत-पाक तनाव के बीच HRTC का बड़ा फैसला, इन रूटों पर चलने वाली बस सेवाओं पर रोक

राइट न्यूज हिमाचल

एचआरटीसी की अमृतसर, जम्मू, कटरा, पठानकोट आदि की ओर संचालित हो रही बस सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। सीमा पर मौजूदा संघर्ष के मद्देनजर एचआरटीसी ने जम्मू-पठानकोट-अमृतसर मार्ग पर यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट भी देखी गई है और साथ ही सार्वजनिक सुरक्षा और सेवा दक्षता के हित में अपने संचालन में आवश्यक समायोजन करते हुए निगम प्रबंधन ने इस ओर जाने वाली बस सेवाओं को फिलहाल बंद करने का निर्णय लिया है।

रात के समय अमृतसर, जम्मू, कटरा और पठानकोट के लिए एचआरटीसी सेवाओं के संचालन की समीक्षा की जाएगी और उभरती स्थिति के आधार पर केस-टू-केस आधार पर निर्णय लिया जाएगा।एचआरटीसी के एमडी निपुण जिंदल ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों द्वारा लगाए गए किसी भी कानून और व्यवस्था प्रतिबंध के अधीन नियमित समय के अनुसार इन मार्गों पर दिन के समय बस सेवाएं चलाने का प्रयास किया जाएगा।

एचआरटीसी इन मार्गों पर यात्रा करने की योजना बना रहे सभी यात्रियों को सलाह देता है कि वे अपडेट रहें और अपनी यात्रा की योजना तदनुसार बनाएं। बता दें कि हिमाचल से इन रूटों पर करीब 20 से 25 बसें जाती हैं। हालांकि दोपहर के समय बस सेवा सामान्य दिनों की तरह ही चलेंगी। वहीं, माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए कटरा जाने वाली बसें भी अब सिर्फ जैसूर तक ही जाएंगी, क्योंकि जैसूर हिमाचल का एक कस्बा है।

इसलिए लगाई है रात्रि रूटों पर रोकहालिया घटनाओं को देखें, तो पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर रात के अंधेरे में ही ड्रोन या फिर मिसाइल अटैक किया है। ऐसे में एचआरटीसी ने पाकिस्तान की सीमा से लगे राज्यों के कई रूटों पर बसों के संचालन पर रोक लगा दी है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।

चंडीगढ़, दिल्ली आदि में फंसे हैं हिमाचली बच्चेहिमाचल के बच्चे जहां जम्मू-कश्मीर में फंसे हुए हैं, वहीं यहां के बच्चे चंडीगढ़, दिल्ली सहित देश के कोने-कोने में जाते हैं। ऐसे में खासतौर पर चंडीगढ़, दिल्ली आदि गए हिमाचली बच्चे वहां फंस गए हैं। कई जगहों पर धारा-163 लागू हो जाने के कारण वे अपने घरों को भी नहीं आ सकते हैं। हालांकि सभी बच्चे सुरक्षित हैं और परिजन उनसे लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *