सातवें स्थान पर घुमारवीं के नोप्स पब्लिक स्कूल की अभिलाषा शर्मा, डीएवी पब्लिक स्कूल भरमौर के अर्श वशिष्ठ, एसवीएन पब्लिक स्कूल नाहन के शगुन चौहान रहे। आठवें स्थान पर नोप्स पब्लिक स्कूल घुमारवीं की कामाक्षा शर्मा, एसवीएन पब्लिक स्कूल नाहन के नवीन सरस्वती, ऊना के गगरेट के डीआर पब्लिक सीनियर सैेकेंडरी स्कूल की प्रकृति गौतम व रोहडू के आराधना पब्लिक स्कूल की श्रुति जोगटा रही। नौंवे स्थान पर हमीरपुर के न्यू ईरा पब्लिक सैकेंडरी स्कूल की प्रिया, नव ज्योति सीनियर सैकेंडरी स्कूल के शौर्य, भारतीय विद्यापीठ पब्लिक स्कूल बैजनाथ की शिविका भारद्वाज, मिनर्वा सीनियर सैकेंडरी स्कूल घुमारवीं की अर्शी मेहता, असेंट पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल पधर के आयुष ठाकुर व मंडी के होली फादर पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल सैंथल की वनिष्का शर्मा रही।मैरिट सूची में दसवें स्थान पर कांगड़ा के फतेहपुर के लिटल एजेंल्स माॅडल स्कूल की आकृति शर्मा, सोलन के नव ज्योति पब्लिक स्कूल रामशहर की कनिष्का महाजन रही।सूची में संयुक्त तौर पर दसवां स्थान ऊना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंधला के साहिल कुमार, शिमला की वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घणाटी के आदित्य, मंडी के ओजस पब्लिक स्कूल सेगलू की चेतना, कांगड़ा के विवेकानंद पब्लिक हाई स्कूल द्रंग के सुरजीत व सिरमौर के आरएसवीएन इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल शिलाई की अंजली ने हासिल किया है। दसवें ही स्थान पर चंबा के होली हिमालयन सीनियर सैकेंडरी स्कूल की हतिका वव सैंट मैरी सीनियर सैंकेंडरी स्कूल पंजवार (ऊना) की श्रेया भी रही।
खास बात यह है कि टाॅपर ने 98.71 प्रतिशत अंक हासिल किए। जबकि मैरिट की न्यूनततम प्रतिशत 97.43 रही। यानि साफ है कि महज एक-एक अंक के अंतर से ही मैरिट सूची बनी।
2019 में दसवीं की परीक्षा में 1,11,982 छात्रों ने परीक्षा दी थी। परिणाम की प्रतिशतता 60.80 रही थी। इसकी तुलना में 2018 में रिजल्ट प्रतिशतता 63.94 थी। 2017 में 1,15,312 अभ्यार्थियों में से 67.58 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए थे, जबकि 2016 में परिणाम की प्रतिशतता 66.91 रही थी।