राईट न्यूज/पांवटा साहिब
कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन और कर्फ्यू के कारण बंद हुए कारोबारों की लोन किस्तें न दिए जाने ओर प्राइवेट फाइनेंस कम्पनियों पर दबाव न बनाने की गुहार लगाई है। इस बारे में पुरूवाला कांशीपुर की रहने वाली ओर जागृति महिला मंडल की सोना, सरोज, लीला, बबली देवी, रीना, सुनीता, रजनी तकरीबन दो दर्जन महिलाओं ने बताया कि प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों से छोटे रोजगार के लिए लोन लिया था लेकिन कोरोना वायरस के कारण पिछले 3 महीनों से उनके रोजगार नहीं चल पा रहे हैं जिसके कारण वह फिलहाल लोन की किस्त देने में असमर्थ है उन्होंने एसडीएम एलआर वर्मा से गुहार लगाई कि अगले कुछ माह तक उन्हें उनके रोजगार के सुचारू रूप से चलने तक इन प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों से राहत दिलवाई जाए ताकि वह अपने परिवार के साथ चैन की नींद सो पाए.कंपनी के कलेक्शन मैनेजर कर रहे परेशान…गुडलक, उत्कर्ष, अश्मनी, नम्र, सत्य, सेटिंन, शुभलक्ष्मी, दिशा आदि समूह फाइनेंस कम्पनियां महिलाओं के ग्रुप बनाकर उन्हें छोटे-छोटे लोन देती है वही दैनिक या सप्ताहिक दिनों के आधार पर लोन की किस्त ली जाती है लोन की किस्त लेने वाले उत्तराखंड यूपी और हरियाणा से पहुंच रहे हैं महिलाओं ने आरोप लगाए की उन्हें मीटिंग के लिए बुलाकर भीड़ इकट्ठा की जाती है जोकि फिलहाल कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ा रहे हैं. वही इस बारे में कांग्रेस के नेता और समाज सेवक अनिंद्र सिंह नौटी ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर महिलाओं के समूह छोटे-छोटे रोजगार लोन लेकर चला रही हैं लेकिन कृषि और रॉकटाउन के कारण इनके यह रोजगार तकरीबन बंद पड़े हैं ऐसे में प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों को ग्रामीण महिलाओं पर किस्तों के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए।
वही इस बारे में एसडीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं की जो भी संभव मदद होगी वह अवश्य की जाएगी


