राइड न्यूज हिमाचल/पांवटा साहिब — शहर में बतौर डीएसपी दोबारा कार्यभार सम्हालने पर पुंलिस महकमे का स्टाफ व शहर के लोगो में खुशी देखी जा रही है। वही मधुर व्यवहार व कर्मठता के स्वामी मानवेन्द्र ठाकुर की वापसी पर अधिकांशतया जनता जनार्दन खुशी मना रही है। वही दूसरी ओर तत्कालीन अकर्मण्यता व अनुभवहीनता की झलक पाए अधिकारी की कार्यशैली को लोगबाग बातो बातो में कोस भी रहे है। यह भी कहने से नही चूक रहे है कि कैसे कैसे लोग यूपीएससी क्लीयर कर जाते है कही आरक्षण का लाभ तो नही है। और यह सत्य भी है कि आरक्षण के चलते हर कोई कम नम्बर लाकर भी अच्छी पोस्ट पाने में समर्थ हो जाता है।
बात करे मानवेन्द्र ठाकुर की तो वे किसी पहचान के मोहताज नही है। उनका लोगो के प्रति मधुर व्यवहार, अधीनस्थ कर्मचारियो पर अच्छी पकड, हर किसी के दुख दर्द में शामिल होने वाले, अपराधियो पर तरीके से लगाम, पुलिस की सतर्कता, चुस्त दुरूस्त व्यवस्था आदि आदि में कुशलता और कौशलता रखते है।
बीता एक वर्ष शहर के लिए काला अध्याय माना जा रहा है। इसमें कई लोगो से बातचीत की गयी तो बताया कि यह स्वतंत्रता वर्ष 2024 सर्वाधिक नकारात्मकता वाला रहा शहर के अवाम के लिये, जिसमें अपराध बढे, चोरी चकारी बढी, नशे के सौदागर बेलगाम हुए, गुण्डे मवाली सरेआम गोली काण्ड करते रहे, पचास से अधिक बाहरी राज्य के लोगो ने कवाड खाने खोल डाले, एक गरीब ट्रक चालक के कमरे में चोरी हुई अधिकारी ने फोन तक नहीं उठाया जब मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर शिकायत की उसके बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ FIR करने की बजाय उलटा चालक से ही बहला फुसला कर शिकायत वापिस करवा दी
वर्दी की धौस दिखाने वाले अधिकारी एसी रूम में बैठकर अपने अधीनस्थ कर्मचारियो सिर्फ और सिर्फ आर्डर ही झाडते रहे। गरीब और मजदूर वर्ग के कामगारो के चालान काट अपनी पीठ खुद ही थपथपाई, डम्पर और टिप्पर बेलगाम होते रहे। सडक दुर्घटनाऐ बढी, दस टन की छमता वाले पुल पर ओवर लोडेड डम्पर बेलगाम होते दौडते रहे। कई मर्तबा ग्रामीणो ने प्रदर्शन तक कर डाले किन्तु किसी के कान पर जूं तक नही रेगी।
हालांकि निचले स्तर के कर्मचारियो ने अपनी ड्यूटी में कोई कोताही नही बरती कई नशा तस्करों को सलाखों के पीछे पहुंचाया किन्तु अधिकारी खुद अपनी पीठ थपथपाते नजर आए।