राईट न्यूज/सिरमौर
पावँटा साहिब में जश्न का माहौल है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए नींव रखी। मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमिपूजन को लेकर पूरे देश में जश्न का माहौल है।जिला सिरमौर में भी लोग जश्न मना रहे हैं। इस खुशी के मौके पर पावंटा साहिब में भी लोगों ने अपने घरों और मंदिरों में दीये जलाए। माहौल ऐसा है मानो भगवान श्रीराम आज अयोध्या लौटे हैं और इस खुशी में हर घर में दिवाली मनाई जा रही है। हर जगह जय श्रीराम की गूंज सुनाई दे रही हैं। राम भक्तों के लिए आज का दिन सबसे खास है।
पूर्व नपा चेयर मैन व 1989 मे राम मंदिर आंदोलन मे भाग ले चुके व 1992 मे विवादित ढांचे को गिराने वालो मे शामिल रहे ‘संजय सिघंल, के साथ साथ पावँटा साहिब के सैकडो़ राम भगतो ने अपनी अपनी खुशी का इजहार अपने अपने तरीके से किया। कई जगह मिठाईयां बांट कर और हर आवागमन करने वाले वाहनो को रोक रोक कर मिठाई खिलाई। कुल मिलाकर सभी जगह खुशी का माहौल था और आपसी भाईचारा व सौहार्द देखने को मिला जिसमें सभी वर्गो के लोगो ने एक दूसरे को बधाई दी है जो कि सोशल मीडिया पर देखी जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की अध्यक्षा शिवानी वर्मा ने भी अपने निवास पर रामलला को विराजमान कर आरती की और मिठाई बांटी।
यह दिन हिमाचल के लिए ऐतिहासिक है।
कारण यह है कि 31 साल पहले राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव हिमाचल के पालमपुर में ही पारित हुआ था। पालमपुर में 11 जून, 1989 को अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और शांता कुमार ने राम मंदिर के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया।
इस दिन राष्ट्रीय भाजपा कार्यसमिति की तीन दिन तक बैठक पालमपुर में हुई थी। इस तीन दिवसीय बैठक में राम मंदिर निर्माण को लेकर पार्टी ने मंथन किया और तय हुआ कि अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। शांता कुमार उस समय प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे। बैठक के तीसरे दिन जब लालकृष्ण आडवाणी ने सबकी सहमति से राम मंदिर निर्माण का प्रस्ताव रखा था तो अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में चुप होकर मुस्कराते हुए अपनी सहमति जताई थी। हिमाचल के पालमपुर में हुई इस बैठक के सूत्रधार रहे पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार उस समय प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे।