राइट न्यूज हिमाचल/कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की जमीनी हकीकत एक बार फिर सामने आ गई है। कुल्लू जिले के निरमंड उपमंडल में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, बागा सराहन में CM सुखविंदर सिंह सुक्खू के दौरे के दौरान ऐसा वाकया हुआ, जिसने सरकारी शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।CM जब छात्रों से संवाद कर रहे थे, तो उन्होंने 10वीं कक्षा के बच्चों से साधारण से सवाल पूछे कि देश के राष्ट्रपति कौन हैं? और भारत की राजधानी क्या है? जवाब सुनकर CM सन्न रह गए।
एक छात्र ने जवाब दिया कि राष्ट्रपति नरेंद्र मोदी हैं, तो दूसरे ने कहा, देश की राजधानी शिमला है। मुख्यमंत्री ने जैसे ही ये जवाब सुने, उन्होंने तुरंत स्कूल के शिक्षकों को बुलाया और सार्वजनिक रूप से उन्हें फटकार लगाई।CM सुक्खू ने कहा कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है कि 10वीं कक्षा में पढ़ रहे छात्रों को देश के मौलिक तथ्यों की जानकारी नहीं है। उन्होंने इसे केवल किताबी पढ़ाई का नतीजा बताया और शिक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि छात्रों को व्यवहारिक और सामान्य ज्ञान देना अब अनिवार्य किया जाए। उन्होंने स्कूल में जनरल नॉलेज क्लास अनिवार्य रूप से शुरू करने के आदेश भी मौके पर ही दे दिए।
सीएम सुक्खू ने इस मौके पर छात्रों से उनके करियर, भविष्य और रुचियों के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि देश-दुनिया की जानकारी भी हासिल करें। उन्होंने कहा कि आपका लक्ष्य सिर्फ परीक्षा पास करना नहीं, बल्कि एक जागरूक और संवेदनशील नागरिक बनना भी है।
सीएम ने कहा कि स्कूलों को अब ऐसी शिक्षा देनी होगी जो जीवन में काम आए, जिसमें व्यवहारिक ज्ञान, नैतिक मूल्य और सामाजिक चेतना शामिल हो।सीएम सुक्खू ने यह भी घोषणा की कि बागा सराहन स्कूल के पुराने भवन के स्थान पर जल्द ही एक आधुनिक और तकनीकी सुविधाओं से युक्त नया भवन बनाया जाएगा। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नए नवाचार और सुधार किए जाएं।