राईट न्यूज / पांवटा साहिब
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में हर राज्य में किसान महापंचायतों का दौर तेजी पकड़ रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा पांवटा साहिब भी हिमाचल में होने वाली पहली किसान महापंचायत की तैयारियो में जी जान से लगा है। युवाओं व वालंटियर्स ने किसान महा पंचायत के बैनर जगह जगह लगाए हुए है। महापंचायत में हजारों लोगों के आने की संभावना है।
अनिंदर सिंह नॉटी ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान पांवटा भंगानी मार्ग पर हरीपूर टोहाना मे होने के कारण कार्यक्रम में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखा जाएगा। मैदान में ही किसानों के वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में व्यवस्था को संभालने के लिए वॉलिंटियर्स को तैयार किया गया है। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होने दी जाएगी। महासभा में आने वाले किसान नेताओ का भव्य स्वागत किया जाएगा।
किसान नेता गुरविंदर सिंह गोपी ने भी बताया पांवटा में होने वाली किसान महासभा इतिहासिक होगी महासभा में हिमाचल के साथ साथ पड़ोसी राज्यों के किसान भी जुटेंगे उन्होंने पांवटा साहिब में किसानो की समस्याएं भी बताई यहां कृषि मंडी ना के बराबर गेहूं और धान की खरीद करती है यहां के किसानों को हरियाणा में जा कर अपनी फैसले बेचनी पड़ती है। गन्ने की फसल उत्तराखंड के डोईवाला में गिरानी पड़ती है। कई कई महीने फसल का पैसा किसानो को नहीं मिलता।
इधर शनिवार को में पूर्व विधायक किरनेश जंग भी जामनीवाला में किसानो के साथ बैठक की उन्होंने भी 7 अप्रैल को हरिपुर टोहाना (पांवटा साहिब) में होने वाली किसान महापंचायत में सभी से हिस्सा लेने की अपील की ओर केंद्र सरकार के तीन काले कानूनों की जानकारी किसानो को दी और उसके होने वाले नुकसान भी बताए।