कुल्लू: देश की राजधानी दिल्ली से लेकर लेह चलने वाली निगम की बस सेवा अब बंद कर दी गई है. ये बस सेवा एचआरटीसी ने जून माह में बहाल की थी. इस सड़क मार्ग पर सफर करने के लिए सैलानी उत्साहित रहते हैं. अब यात्री इस रूट पर अगले सीजन यानी मई-जून 2026 में ही सफर कर सकेंगे. ये बस सेवा पहाड़ों के चार ऊंचे दर्रों बारालाचा, नकीला, लाचुलुंगला और तंगलंगला से होकर गुजरती है और इसे देश की सबसे दुर्गम एवं ऊंचाई वाले रूटों में गिना जाता है.
लेह से दिल्ली की दूरी करीब 981 किलोमीटर है, जिसे यह बस लगभग 36 घंटे में तय करती है. जिला लाहौल स्पीति एचआरटीसी के केलांग बस अड्डा प्रभारी प्रकाश शर्मा ने बताया कि ‘इस बार लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण न केवल यह रूट प्रभावित हुआ, बल्कि हिमाचल और लद्दाख का पर्यटन कारोबार भी काफी प्रभावित रहा. इस बार लेह-दिल्ली बस सेवा नो प्रॉफिट-नो लॉस की स्थिति में रही. अब ऊंचाई वाले इलाकों में कभी भी बर्फबारी हो सकती है और ठंड के चलते सड़क पर पानी जमना भी शुरू हो गया है. इस साल के लिए बस सेवा को बंद कर दिया गया और अगले साल फिर से निगम की बस सेवा शुरू की जाएगी।
4 दर्रों से होकर गुजरती है बस
देश की सबसे ऊंची सड़क मार्ग पर दिल्ली-लेह बस सेवा जो 4 दर्रों बारालाचा दर्रा (16 हजार 500 फीट ऊंचाई पर स्थित), तांगलांग ला दर्रा (17 हजार 480 फीट ऊंचाई पर स्थित), नकीला दर्रा (16 हजार फीट ऊंचाई पर स्थित) और ला चुगला दर्रा (16 हजार 620 फीट ऊंचाई पर स्थित) से होकर हिमाचल से लद्दाख पहुंचती है।
दिल्ली से यह बस अंबाला, चंडीगढ़, किरतपुर फोरलेन, सुंदरनगर, मंडी, कुल्लू, मनाली, अटल टनल, केलांग, बारालाचा दर्रा, तंगलांगला दर्रा, लाचुंगदर्रा होते हुए लेह लद्दाख पहुंचती है. बस आईएसबीटी से दोपहर 12:10 बजे से लेह के लिए सफर शुरू करती है और चंडीगढ़ सेक्टर 43 से शाम 6:10 बजे पहुंचती है. मनाली से रात 2:30 बजे और केलांग से सुबह 5:00 बजे लेह के लिए रवाना होती है. रात्रि 8:00 बजे यह बस लेह पहुंचती. अगले दिन लेह से सुबह 4:00 बजे बस दिल्ली के लिए निकलती है और केलांग में शाम 6:30 बजे पहुंचती है. उसके बाद मनाली से रात्रि 9:00 बजे बस चलती है. इसके बाद चंडीगढ़-17 सेक्टर में रात 2:45 बजे पहुंचती. चंडीगढ़ से यह बस फिर दिल्ली आईएसबीटी सुबह 8 बजे पहुंचती है. लेह से दिल्ली तक की बस सेवा हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम की ओर से साल 2019 में शुरू की गई थी. दिल्ली से लेह तक के इस सफर में ये बस 4 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरती है।

