
राईट न्यूज / पांवटा साहिब
एक बार फिर सरकार की अनदेखी कहें या ऊर्जा मंत्री की उदासीनता कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिलाई की जनसभा में स्थानीय तीन दिवसीय गूगा मेले को जिला स्तरीय घोषित कर दिया, जिसका सभी स्वागत करते हैं लेकिन क्या कारण रहे कि आज दिन तक पांवटा साहिब का सुप्रसिद्ध विश्वविख्यात होला मोहल्ला या होली मेला जिसका इतिहास सन 1681 मैं गुरु गोविंद सिंह जी के पांवटा साहिब पड़ाव से शुरू होता है, वह आज तक ब्लॉक स्तरीय है
यह बताते हुए आम आदमी पार्टी नेता और समाजसेवी अनिंदर सिंह नॉटी ने कहा कि वह अपने साथियों के साथ एक लंबे समय से होला मोहल्ला को राज्य स्तरीय मेला घोषित करवाने की लड़ाई लड़ रहे हैं इसके लिए पूरे दस्तावेज जुटाकर भाषा एवं संस्कृति विभाग को एसडीएम पांवटा के माध्यम से वर्ष 2021 में भेजे जा चुके हैं। सारी औपचारिकताएं भी पूरी कर दी गई है तब भी हर बार मुख्यमंत्री पांवटा साहिब आकर भी इस ऐतिहासिक और धार्मिक पर्व की अनदेखी करके चले जाते हैं। इस मामले में कांग्रेस और भाजपा दोनों सरकारें ही दोषी रही है।
उन्होंने यह बताया जिस मेले से हर वर्ष 1 करोड से अधिक की आमदनी नगर परिषद को होती है तथा इसके अलावा भारतवर्ष के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचने वाले और स्थानीय श्रद्धालुओं के कारण करोड़ों रुपए का व्यापार स्थानीय बाजार होटल व्यवसायियों आदि को मिलता है। टोल टैक्स के माध्यम से प्रदेश सरकार को भी काफी लाभ अर्जित होता है और तब भी इस धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की अनदेखी की जा रही है जो सरासर नाइंसाफी है।
इस मेले के साथ सिख समुदाय के अलावा सभी धर्मों की बहुत आस्था जुड़ी हुई है और एक बार फिर से भारी नाराजगी स्थानीय संगत और जनता में पनपी है। अनिंदर सिंह नॉटी ने कहा कि प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर सबसे पहले इस मेले को कम से कम राज्य स्तरीय महिला घोषित करवाया जाएगा।