राईट न्यूज़ / धर्मशाला
कोविड-19 महामारी के बीच 7 दिसम्बर को शुरु हो रहे हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस बार एहतियात के तौर पर सदन तथा सदन के बाहर भी एसओपी के तहत व्यवस्थाएं की जाएंगी। कोरोना संक्रमित मामलों में हो रही बढ़ोतरी तथा सदन के भीतर पूरी एहतियात के तौर पर बैठने से लेकर माननीयों के जलपान की व्यवस्था तक एसओपी को फॉलो किया जाएगा। इतना ही नहीं इस बार सत्र के दौरान सरकार से अपनी समस्याओं का हल पाने की उम्मीद लेकर आने वाले फरियादियों की भीड़ पर भी नियंत्रण रखने तथा शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी।
तपोवन में 7 से 11 दिसंबर तक शीतकालीन सत्र का आयोजन किया जाना है। प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने सत्र में कोविड-19 के लिए निर्धारित स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) को सत्र के दौरान फॉलो करने की बात कही है। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के चलते विधानसभा भवन के सदन में मंत्रियों व विधायकों में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सीटों के बीच पॉली काबोर्नेट सीट लगाई जाएंगी। इसके अलावा सत्र के दौरान लोगों की कम भीड़ आए इसके लिए आम जनता से अपील करने की बात भी कही जा रही है। यही नहीं सत्ता पक्ष-विपक्ष व अन्य माननीयों के जलपान के लिए 4 स्टॉल लगाए जाएंगे, ताकि जलपान के दौरान भी सभी गणमान्यों के बीच शारीरिक दूरी बनी रहें।
सत्र को लेकर शनिवार को साफ-सफाई सहित साज-सज्जा का कार्य जारी रहा जो कि आगामी दिनों में भी जारी रहेगा। यही नहीं मंत्रियों के निजी सचिवों के कक्षों में एल्यूमिनियम शीटस के कैबिन बनाए जा रहें हैं, क्योंकि सत्र के दौरान निजी सचिवों के कक्षों में भी मंत्रियों से मिलने हेतू आए फरियादी काफी संख्या में पहुंचते हैं। वहीं, प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि सत्र के चलते मंत्रियों व विधायकों की सीटों के बीच पॉली काबोर्नेट शीट्स लगाई जाएंगी। सत्र के चलते कोविड-19 की एसओपी को पूरी तरह फॉलो किया जाएगा। मंत्रियों व विधायकों के भोजन व जलपान हेतू चार टेबल की व्यवस्था की जाएगी। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते सीएम, मंत्रियों व विधायकों से मिलने आने वाले लोगों से कम संख्या में आने की अपील की जाएगी।