राईट न्यूज / हिमाचल
प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनावों के लिए 561 प्रत्याशियों ने ताल ठोंक दी है। हालांकि चुनाव आयोग के पास कुल 775 नामांकन आए हैं, लेकिन कुछ उम्मीदवारों ने कवरिंग के लिए एक से ज्यादा बार नामांकन भरा है, इसलिए सिर्फ 561 प्रत्याशी ही मैदान में हैं। भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी प्रदेश की सभी 68 सीटों से प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं माकपा ने 11 सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा है।
प्रदेश कि ज्यादातर सीटों से कई प्रत्याशी बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में कूदे हैं। मंगलवार को नामांकन भरने का आखिरी दिन था। ऐसे में नामांकन भरने के आखिरी दिन 306 प्रत्याशियों ने विधानसभा चुनावों के लिए अपनी उम्मीदवारी पेश की है।
चुनाव आयोग की ओर से 26, 27 और 28 अक्तूबर को सभी प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की छंटनी की जाएगी। छंटनी प्रक्रिया में जिन प्रत्याशियों के नामांकन में त्रुटि पाई जाएगी, उनके नामांकन रद्द कर दिए जाएंगे। नामांकन रद्द होने की सूरत में प्रत्याशी के कवरिंग कैंडिडेट को चुनाव लडऩे का मौका मिल सकता है, बशर्ते कवरिंग कैंडीडेट्स का नामांकन सही पाया जाता है। वहीं 29 अक्तूबर को नामांकन वापसी का आखरी दिन है।
नामांकन वापसी के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि कितने उम्मीदवार विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी मैदान में डटे रहते हैं ऐसे में अब भाजपा व कांग्रेस के पास भी तीन दिनों का मौका बाकी है, क्योंकि भाजपा व कांग्रेस से बागी हुए कई उम्मीदवार बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में कुद पड़े हैं। इन उम्मीदवारों को मनाने को सिर्फ तीन दिन बचे हैं। अगर वे मान गए तो दोनों पार्टियों के लिए राहत की बात होगी।