राइट न्यूज हिमाचल
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में उस समय लोग हैरान रहे गए, जब एक हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस दनदनाती हुई क्षेत्रीय अस्पताल के परिसर में पहुंच गई। एचआरटीसी की यह बस सवारियों से भरी थी और अचानक अस्पताल के गेट पर इसने एंट्री मार दी। जिसे देख कर लोग हैरान रह गए।
इस दौरान चालक और परिचालक ने बस से एक बीमार महिला को उतारा और उसे उपचार के लिए अस्पताल में पहुंचाया।दरअसल यह एचआरटीसी की एक बस दिल्ली जा रही थी। बस सवारियों से भरी हुई थी। लेकिन इसी बीच ऊना पहुंचने पर बस में सवार एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ गई।
जिसे देखते हुए चालक परिचालक ने समय की परवाह ना करते हुए बीमार महिला को अस्तपाल ले जाने का फैसला लिया और उसी बस को महिला के लिए एंबुलेंस बना दिया। फिर क्या था चालक ने बस को सीधे अस्पताल के गेट तक पहुंचा दिया और महिला कोउपचार दिलवाया।मिली जानकारी के अनुसार यह वाक्या बुधवार देर शाम का है।
बैजनाथ डिपो की एक बस बैजनाथ से दिल्ली के लिए निकली थी। देर शाम को जब बस आईएसबीटी ऊना पहुंची और यहां डीजल भरवाने लगी, तभी बस में सवार एक महिला की अचानक तबीयत बिगड़ गई। चालक सुशील कुमार निवासी महाकाल बैजनाथ व परिचालक संजीव कुमार निवासी टौणी देवी हमीरपुर ने इस बीमार महिला के लिए किसी एंबुलेंस का इंतजार ना करते हुए बस को ही एंबुलेंस बना दिया और बीमार महिला को लेकर क्षेत्रीय अस्पताल ऊना लेकर पहुंचे।
अस्पताल के एमरजेंसी बार्ड में तैनात चिकित्सक डॉ कर्ण सांख्यान ने महिला को उपचार दिया। जितना समय महिल का अस्पताल में उपचार चलता रहा। बस अस्पताल के गेट पर ही खड़ी रही। बड़ी बात यह है कि बस में अधिकतर यात्री दिल्ली जा रहे थे, जिन्होंने भी बस को यहां काफी समय तक खड़ा करने पर कोई आपत्ति जाहिर नहीं की।
इस दौरान अस्पताल में मौजूद लोगों और बस यात्रियों ने एचआरटीसी बस के चालक और परिचालक की इंसानियत भरे कदम की जमकर सराहना की। उन्होंने समय सारिणी की परवाह किए बिना महिला की जान बचाने को प्राथमिकता दी, जो समाज में एक प्रेरणादायक उदाहरण है।इस दौरान ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा भी अस्पताल पहुंचे और बीमार महिला का कुशलक्षेम जाना।
वहीं मामले की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के एमएस डॉ संजय मनकोटिया भी अस्पताल पहुंचे और उन्होंने महिला के उपचार संबंधी जानकारी हासिल की।इलाज के बाद उसी बस में दिल्ली रवाना हुई महिलासतपाल रायजादा ने महिला को ऊना में रुककर इलाज करवाने और सुबह अगली बस से गंतव्य तक भेजने का भी प्रस्ताव दिया, लेकिन कुछ देर बाद महिला के स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद महिला सहित पूरी बस दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
वहीं पूर्व विधायक सतपाल ने कहा कि निगम के कर्मियों ने मानवता की मिसाल पेश की है। इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।