हिमाचल: बचपन की दोस्ती का दुखद अंत, साथ खेले-कूदे और साथ ही छोड़ गए दुनिया

हिमाचल: बचपन की दोस्ती का दुखद अंत, साथ खेले-कूदे और साथ ही छोड़ गए दुनिया

राइट न्यूज हिमाचल

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की सोहारी पंचायत में मातम पसरा हुआ है। यहां सोहारी गांव में रील बनाने के चक्कर में दो किशोरों की हुई मौत के मामले ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। लड़कों की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। यह घटना परिजनों को कभी ना भूलने वाले जख्म दे गई है।बताया जा रहा है कि दोनों दोस्त आदविक (16) और सक्षम (16) कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते थे।

आदविक और सक्षम दोनों शहीद भगत सिंह मैमोरियल स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ते थे। आजकल स्कूल में वार्षिक परीक्षाएं चल रही है। अब दोनों का अंतिम पेपर बचा था। दोनों पढ़ाई में टॉपर थे।दोनों छात्र जिगरी दोस्त थे और हमेशा साथ ही नजर आते थे। अंतिम वक्त में भी दोनों दोस्त साथ ही थे। दोनों ने एक ही दिन इस दुनिया को अलविदा कहा।

परिजनों ने दोनों का अंतिम संस्कार भी एक साथ किया।मिली जानकारी के अनुसार, मृतक आदविक परमार अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। आदिवक की एक पांच साल की बहन है। आदविक के पिता हिमांशु परमार समाजसेवक हैं। जबकि, मां दीपिका परमार स्टाफ नर्स हैं।

आदविक की मौत के बाद माता-पिता के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।लक्षिता हर दिन भाई से चॉकलेट और बिस्कुट की मांग करती थी। वो बार-बार परिजनों से आदविक के लिए पूछ रही है। मासूम को यह भी समझ नहीं है कि अब उसका भाई उसे कभी नहीं मिलेगा। उसकी आंखे भाई को तलाश रही हैं। आदविक नॉन मेडकिल की पढ़ाई कर रहा था।

आदविक के माता-पिता उसे कंप्यूटर इंजीनियर बनाना चाहते थे। मगर अब उनके सभी सपने धरे के धरे रहे गए हैं।वहीं, दूसरी तरफ सक्षम भी कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहता था। सक्षम का बड़ा भाई ITI में पढ़ाई कर रहा है। सक्षम के पिता प्रमोद कुमार और माता पूनम देवी खेतीबाड़ी करके अपने बेटे को पढ़ा-लिखा रहे थे। मगर बेटे की मौत ने उन्हें झकझोर कर रख दिया है।

सक्षम के मामा ने बताय कि सक्षम हमेशा कहता था कि वो कंप्यूटर इंजीनियर बनेगा और क्षेत्र का नाम दुनियाभर में रोशन करूंगा।आपको बता दें कि ऊना जनपद के थाना बंगाणा के तहत गांव सोहारी से मंगलवार को चार लड़के जंगल की ओर घूमने निकले थे। मगर देर शाम तक जब वे घर नहीं लौटे, तो उनके परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। रात होते-होते जब युवक घर नहीं पहुंचे, तो उनके परिजनों ने स्थानीय लोगों की मदद से जंगल के विभिन्न हिस्सों में तलाश अभियान शुरू किया। इसी दौरान दो युवकों को देर रात सुरक्षित जंगल से बाहर निकाल लिया गया।

हालांकि, अद्विक परमार का शव खड्ड में पानी के अंदर पाया गया। जबकि, सक्षम लापता चल रहा था। करीब 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे भी ढूंढ लिया गया। सक्षम का शव भी खड्ड में पड़ा मिला। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि चारों लड़के जंगल में घूमने गए थे। यहां पर सोहारी खड्ड में नहाने के बाद चारों किशोर चट्टान पर चढ़कर रील बनाने लगे। इसी दौरान रील बनाते समय सक्षम ढांक से नीचे गिर गया- जिसे बचाने के चक्कर में आद्विक भी नीचे गिर गया। फिलहाल, पुलिस टीम ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

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