राइट न्यूज हिमाचल
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच शुक्रवार को कुल्लू और कांगड़ा जिलों में बादल फटने की घटनाएं सामने आईं। भारी बारिश और बर्फबारी ने प्रदेश के कई हिस्सों में तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा में एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग लापता और घायल हुए हैं।
इसके अलावा, 583 सड़कें बंद हो गईं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। कुल्लू के पाहनाला और कांगड़ा के मुल्थान इलाके में बादल फटने से भारी बाढ़ और मलबा बहकर आ गया। पाहनाला में आठ वाहन मलबे में दब गए, जबकि मुल्थान में नौ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
इसके अलावा, लाहौल और किन्नौर के क्षेत्रों में भी बर्फबारी के कारण कई सड़कें बंद हो गईं। इन घटनाओं से पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि पंजाब से आए एक पर्यटक की बर्फबारी और बारिश के कारण मौत हो गई, जबकि दो लोग लापता हो गए हैं और तीन लोग घायल हैं।
हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हो रही भारी बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण 583 सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई हैं। इनमें पांच राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। इसके अलावा, 450 एचआरटीसी रूट भी ठप हो गए हैं, जिससे लोगों को यात्रा करने में परेशानी हो रही है।
साथ ही, 2,263 बिजली ट्रांसफार्मर और 279 पेयजल योजनाएं भी ठप हो गई हैं। इससे प्रभावित क्षेत्रों में लोग बिजली और पानी की गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कई क्षेत्रों जैसे लाहौल, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, मंडी और सिरमौर में शुक्रवार को बर्फबारी का सिलसिला जारी रहा।
मनाली में एक फीट बर्फबारी हुई है, जबकि लाहौल में पीरपंजाल की चोटी से हिमखंड गिरने से चंद्रभागा नदी का बहाव रुक गया। लाहौल-स्पीति के मूलिंग गांव के युवाओं ने हिमखंड गिरने से रास्ते में फंसे दो पर्यटकों को रेस्क्यू किया। ये पर्यटक कालका और दिल्ली से आए थे और बर्फबारी के कारण फंस गए थे।
रेस्क्यू टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।वहीं आज प्रदेश वासियों को बारिश-बर्फबारी से राहत मिलने के आसार हैं। ऊंचाई वाले कुछ क्षेत्रों में मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। मगर, तीन और चार मार्च को मौसम के फिर बिगड़ने के आसार हैं।