हिमाचल की बेटी मनीषा बनी नर्सिंग ऑफिसर, बिना कोचिंग पास की परीक्षा

हिमाचल की बेटी मनीषा बनी नर्सिंग ऑफिसर, बिना कोचिंग पास की परीक्षा

राइट न्यूज हिमाचल

कहते हैं कि हौंसले बुलंद हों और कड़ी मेहनत की जाए तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हिमाचल के मंडी जिला की बेटी मनीषा कुमारी ने। मंडी जिला के बल्ह घाटी के गागल के बह गांव की बेटी मनीषा कुमारी अपनी कड़ी मेहनत से नर्सिंग ऑफिसर बन गई है।

मनीषा की पोस्टिंग एम्स ऋषिकेश में हुई है।मनीषा की इस उपलब्धि से ना सिर्फ उसके घर परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल है। गांव के बुजुर्ग लोगों का कहना है कि मनीषा के नर्सिंग ऑफिसर बनने से गांव की अन्य बेटियों को भी प्रेरणा मिलेगी और वह भी आगे बढ़ने को प्रेरित होंगी। वहीं मनीषा के माता पिता भी बेटी की इस उपलब्धि से काफी खुश हैं।

एम्स में नर्सिंग ऑफिसर बनी मनीषा कुमारी ने बताया कि उसने इस मुकाम को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है। वह पिछले डेढ़ साल से नर्सिंग ऑफिसर की परीक्षा की तैयारी में जुटी हुई थी। हालांकि इसके लिए उसने किसी तरह की कोई कोचिंग नहीं ली। उसने घर पर ही तैयारी की। जिसके बाद अक्टूबर 2024 में नर्सिंग ऑफिसर की परीक्षा दी थी।

अब उसका रिजल्ट आ गया है। नर्सिंग परीक्षा में मनीषा ने 824वां रैंक हासिल किया है।मनीषा कुमारी की शिक्षा की बात करें तो मनीषा ने 12वीं तक की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गागल से पूरी की है। उसके बाद उसने जीएनएम एमजीएमएससी खनेरी रामपुर से की है। पोस्ट बीएससी चामुंडा नर्सिंग इंस्टीट्यूट मौहल कुल्लू से करने के बाद उसने इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी।

डेढ़ साल परीक्षा की तैयारी करने के बाद आज उसने अपने सपनों को सच कर दिखाया है।मनीषा के पिता ब्रिज लाल आईटीबीपी में सेवारत हैं, जबकि माता अनीता गृहिणी हैं। मनीषा ने बताया कि उनके नर्सिंग ऑफिसर तक के सफर में उसके परिजनों ने पूरा साथ दिया। उन्होंने हमेशा आगे बढ़ने को प्रेरित किया और समय समय पर मार्गदर्शन भी किया, जिसके चलते ही आज वह नर्सिंग ऑफिसर बन पाई है।

मनीषा ने बताया कि उसका सपना है कि वह लोगों की सेवा करे। मनीषा ने बताया कि अस्पताल में आने वाले हर असहाय शख्स की मददगार बनेगी।

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