राईट न्यूज / शिमला
प्रदेश के 10 जिलों में बने 133 परीक्षा केंद्रों में रविवार को हजारों उम्मीदवारों ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक (एचएएस) परीक्षा दी। इस परीक्षा के दौरान सभी परीक्षा केंद्रों पर नैटवर्क जैमर लगाए गए थे। परीक्षा केंद्रों पर इलैक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग न किया जा सके, इसके लिए पहली बार हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सभी केंद्रों पर जैमर लगाए। परीक्षा के दौरान केंद्र के भीतर ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को भी इलैक्ट्रॉनिक उपकरण और मोबाइल फोन साथ ले जाने की अनुमति नहीं थी। इस परीक्षा के लिए कोविड-19 को देखते हुए लोक सेवा आयोग ने गाइडलाइंस जारी की थीं और उन्हीं गाइडलाइंस के अनुसार सभी केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई।
अन्य राज्यों से आने वाले उम्मीदवारों को अपने साथ कोविड-19 वैक्सीनेशन सर्टीफिकेट या फिर 72 घंटे पुरानी आरटी-पीसीआर टैस्ट रिपोर्ट या फिर 24 घंटे पुरानी रैपिड एंटीजन टैस्ट (आरएटी) रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया था, जबकि प्रदेश के भीतर से परीक्षा देने के लिए आने वाले उम्मीदवारों को इस शर्त से छूट दी गई थी। सुबह और दोपहर के सत्र की परीक्षाओं से पहले उम्मीदवारों की थर्मल स्कैनिंग कर परीक्षा केंद्र में जाने की अनुमति दी गई। इसके अलावा कोविड-19 से बचाव के लिए तय गाइडलाइंस के अनुसार व्यवस्था की गई।
यह परीक्षा 2 सत्रों में सुबह 10 से 12 बजे तक और दोपहर को 2 से 4 बजे तक हुई। सुबह के सत्र में 18078 और दोपहर के सत्र में 17765 उम्मीदवार बैठे। सुबह के सत्र में 12547 जबकि दोपहर के सत्र में 12860 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे। इस परीक्षा में बैठने के लिए 30625 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इस परीक्षा के लिए लाहौल-स्पीति व किन्नौर को छोड़कर सभी 10 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की अतिरिक्त सचिव सुषमा वत्स ने कहा कि सभी केंद्रों पर कोविड-19 के नियमों की अनुपालना करते हुए परीक्षा सुचारू रूप से हुई। उन्होंने कहा कि सभी केंद्रों पर जैमर लगाए गए थे।