हिमाचल कांग्रेस की 15 सितंबर से पूर्व पार्टी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने की अटकलें तेज़..
राईट न्यूज / पावंटा साहिब
जिला सिरमौर की सबसे हॉट पोंटा साहिब विधानसभा सीट से कॉन्ग्रेस प्रत्याशी के तौर पर लिस्ट में हरप्रीत सिंह रतन सबसे आगे हैं। वही, पूर्व विधायक किरनेश जंग इस कड़ी में दूसरे नंबर पर हैं, जबकि पैनल में तीसरे नंबर के तौर पर अवनीत सिंह लांबा का नाम भी शामिल है।
दिल्ली में चुनाव समिति की चली मैराथन बैठक में जब जिला सिरमौर की पांच विधानसभा को लेकर मंथन हुआ तो उस दौरान पौण्टा साहिब विधानसभा क्षेत्र को लेकर इस बार सुर बदले हुए नज़र आये। पूर्व संसदीय सचिव सरदार रत्तन सिंह के पौत्र हरप्रीत सिंह रतन का नाम सुर्खियों में रहा।
दरअसल, बैठक में हुआ यूं कि एआईसीसी के सचिव रघुवीर सिंह बाली ने सबसे पहले हरप्रीत सिंह रतन का नाम आगे किया। जिसका सुखविंदर सिंह सुक्खू व हर्षवर्धन चौहान ने जोरदार ढंग से अनुमोदन किया।
बताया जा रहा है कि बैठक दौरान ही रघुवीर सिंह बाली ने हरप्रीत रतन से जुड़े पार्टी इतिहास को लेकर पूरी व्यथा सामने रखी। उन्होंने बैठक में कहा कि यह परिवार पिछले 30 वर्षों से कांग्रेस के पक्ष में राजनीति करता आया है व दो बार इस परिवार से कांग्रेस को विधायक भी मिला है। जिस कारण इस बार उन्हें मौका दिया जाना जरूरी है। इस बात को लेकर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हामी भरी व शिलाई विधायक हर्षवर्धन चौहान ने भी हरप्रीत सिंह रतन को टिकट दिए जाने की पैरवी की।
हालांकि, रानी प्रतिभा सिंह ने किरनेश जंग का नाम जरूर लिया, लेकिन आनंद शर्मा ने लिस्ट में पहला नाम हरप्रीत सिंह रतन का डालने को कहा। जिसके बाद हरप्रीत सिंह रतन पहले व किरनेश जंग दूसरे नंबर पर शामिल है।
वही, बैठक दौरान सुधीर शर्मा ने पैनल में तीसरे नाम के तौर पर अवनीत सिंह लांबा का नाम आगे किया। इस दौरान पांवटा कांग्रेस के नेताओं के कुछ और नाम भी प्रत्याशियो के तौर पर लिये, लेकिन पैनल में नाम शामिल नहीं किये गये।
इस चुनाव समिति की बैठक के बाद स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी। 20 सितंबर से पहले यह बैठक आयोजित किये जाने की चर्चा है। इसमें टिकटों पर अंतिम मुहर लगेगी। यदि किसी विस क्षेत्रों में विवाद रहता है तो चुनाव समिति की बैठक दोबारा भी हो सकती है।
बता दें कि जिला सिरमौर की 5 विधानसभा सीटों पर टिकट को लेकर दिल्ली में मंथन हुआ है। जिसमें से शिलाई विधानसभा क्षेत्र से सिटिंग विधायक हर्षवर्धन चौहान, श्री रेणुका जी से विनय कुमार व नाहन विधानसभा क्षेत्र से अजय सोलंकी का सिंगल नाम तय किया गया है। इसके अलावा पौण्टा और पच्छाद को लेकर नए व पुराने प्रत्याशियों में टिकट की जंग जारी है।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस 15 सितंबर तक टिकटों का ऐलान करेगी। दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में 5 घंटे तक चली प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में 80 फीसदी टिकटों पर सहमति बन गई है।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी 43 सीटों पर सिंगल नामों का पैनल भेजने का निर्णय लिया है। यह टिकटें लगभग तय है। बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा मौजूद रहे, लेकिन हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला व्यस्तता के चलते बैठक में हिस्सा नहीं ले सके।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, एआईसीसी सचिव जो हिमाचल से सम्बद्ध रखने वाले एआईसीसी सचिव जिन्होंने टिकट को आवेदन किया है, उनके नामों का सिंगल पैनल स्क्रीनिंग कमेटी को भेजने का निर्णय लिया है।
जिन सीटों पर सहमति नहीं बनी है वहां पर दो से तीन नामों का पैनल बनाकर भेजा जाएगा। बैठक में सभी 68 सीटों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि मौजूदा किसी भी विधायक का टिकट नहीं कटेगा। इसके अलावा पूर्व विधायक जो सक्रिय है, उनका भी टिकट नहीं कटेगा।