राइट न्यूज हिमाचल
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले स्थित बंजार क्षेत्र के तांदी गांव में बुधवार को भीषण आग लग गई। जिसमें 17 मकान और 6 गौशालाएं जलकर राख हो गईं। हालांकि, दमकल विभाग ने आग पर काबू पा लिया, लेकिन यह घटना इलाके में भारी नुकसान का कारण बनी है। बता दें कि कई लोग बेघर हो चुके हैं।
वहीं, दमकल विभाग को आग की सूचना मिलने के बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की, लेकिन तब तक आधे दर्जन से ज्यादा घर जल चुके थे।इस अग्निकांड ने 100 से अधिक लोगों को बेघर कर दिया। वहीं विभाग ने परिवारजनों को 15 हजार रुपए की राहत, कंबल, तिरपाल, बर्तन जैसी सामग्री मुहैया करवाई है।बताया जा रहा है कि आग की शुरुआत गांव के दलीप सिंह की गौशाला से हुई, जो बाद में पूरे गांव में फैल गई।
आग की लपटों ने चारों ओर चीख-पुकार मचाई और ज्यादातर लोग अपना कीमती सामान भी नहीं निकाल सके। हालांकि कुछ लोगों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन वे अपने घरों को नहीं बचा पाए।
उधर, कुल्लू के एसपी गोकुलचंद्र कार्तिकेन ने बताया कि इस हादसे में करीब 10 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जबकि गढ़पति शेषनाग का भंडार भी जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।ग्रामीणों के अनुसार, आग सबसे पहले एक घर में जमा घास में लगी थी, और फिर यह तेजी से आसपास के अन्य घरों को भी चपेट में लेती चली गई।
इस घटना के समय बंजार का तापमान माइनस में था और इससे प्रभावित परिवारों के लिए समस्याएं और बढ़ गईं।आग की इस घटना का जायजा लेने के लिए बंजार विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र शौरी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने सरकार से प्रभावित परिवारों की सहायता करने की मांग की। वहीं कुल्लू के डीसी तोरुल एस रवीश ने बताया कि आग पर अब पूरी तरह काबू पा लिया गया है और अब यह और नहीं फैलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रभावित परिवारों के लिए हर संभव सहायता की जाएगी।आग की घटना के कारणों की जांच की जा रही है और यह माना जा रहा है कि यह आग घास में लगी थी, जो फिर फैलते हुए गांव के अन्य घरों तक पहुंच गई। प्रशासन इस घटना की विस्तृत जांच कर रहा है और मुआवजे की प्रक्रिया जल्द ही शुरू करेगा।
उधर अपना आशियाना जलता देख बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की आंखों से आंसू बह रहे थे। इस घटना ने सभी को गहरे मानसिक और भावनात्मक आघात पहुंचाया है।
