राईट न्यूज / सोलन
किसानों की मुआवजा राशि नहीं मिलने, खेतों को जाने वाली सिंचाई सुविधा व रास्ते बंद होने से किसानों ने शुक्रवार को चंडीगढ़-बद्दी रेलवे लाइन का कार्य रोक दिया था। इसके बाद बद्दी के तहसीलदार राजेश जरियाल व रेलवे के अधिकारियों ने किसानों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया जिसके बाद काम शुरू हो पाया। दोपहर बाद तीन दर्जन किसान संडोली के समीप बन रहे रेलवे प्लेटफार्म पर एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने प्लेटफार्म समतल कर रहे मिट्टी के टिपरों को रोक दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला।
साथ ही रेलवे लाइन के लिए जमीन की खोदाई होने से जो खेत लाइन के नीचे की ओर रह गए है, वहां पर अब सिंचाई नहीं हो रही। खेतों को जाने वाले रास्ते बंद हो गए हैं। काम बंद होने के बाद बद्दी के तहसीलदार राजेश जरियाल, रेलवे का कार्य देख रहे ओएसडी सुभाष सकलानी, नायब तहसीलदार दलीप सिंह भी मौके पर पहुंचे।
किसानों को आश्वासन दिया कि पानी व रास्ते के लिए रेलवे विभाग ने पहले ही प्रावधान रखा है। जिन किसानों को अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिली है, उन्हे 29 दिसंबर से पहले इसकी अदायगी की जाएगी। अधिकारियों के आश्वासन के बाद किसान मानने को तैयार हुए। साथ ही कहा कि अगर 29 दिसंबर तक उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो धरना-प्रदर्शन दोबारा शुरू कर दिया जाएगा।