राइट न्यूज/हिमाचल
प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला मुख्यालय के बाहर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में अनियमितताओं के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं और बोर्ड के सुरक्षा कर्मियों के बीच धक्कामुक्की भी हुई। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता करीब 10 से 15 मिनट तक नारेबाजी करते रहे। इसके बाद सचिव को ज्ञापन सौंपने के लिए मुख्य गेट खोलने के लिए कहा, लेकिन सुरक्षा का हवाला देते हुए कर्मियों ने गेट खोलने से मना कर दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जबरन गेट खोल दिया और बोर्ड सचिव के चैंबर तक पहुंच नारेबाजी की। यहां उन्होंने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
एबीवीपी ने परीक्षा परिणाम की निष्पक्ष जांच, पुनर्मूल्यांकन शुल्क में कटौती और एसओएस विद्यार्थियों से लिए जा रहे अधिक शुल्क को कम करने की मांग की। साथ ही बोर्ड कार्यालय परिसर का गेट बंद करने का कारण पूछने लगे। एबीवीपी के प्रांत सहमंत्री अभिनव चौधरी ने कहा कि गेट पहले से ही बंद कर दिया था। बोर्ड सचिव को पहले ही ज्ञापन देने संबंधी सूचना दी गई थी। गेट पर तैनात स्टाफ ने कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी की, जिस कारण जबरन गेट खोलना पड़ा।
शिक्षा बोर्ड दर्ज करवाएगा एफआईआर: सचिव
बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा कारणों से मुख्य गेट बंद किया गया था। परिसर में खड़ी गाड़ियों में आगामी टेट के प्रश्न पत्र रखे गए थे। प्रदर्शनकारियों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि अधिकृत 3-4 प्रतिनिधि छोटे गेट से प्रवेश कर ज्ञापन सौंप सकते हैं। बावजूद भीड़ ने जबरन मुख्य गेट खोलकर परिसर में प्रवेश किया। इस दौरान गेट पर तैनात कर्मचारियों को चोटें आईं और स्टाफ के साथ अभद्रता की गई। मामला अब कानूनी कार्रवाई की ओर बढ़ चुका है। वीडियो फुटेज के माध्यम से उपद्रव में शामिल कार्यकर्ताओं की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने प्रदर्शन को बताया अनुशासनहीनता
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने प्रदर्शन को अनुशासनहीनता करार दिया। उन्होंने कहा कि कुछ युवकों ने जबरन बोर्ड कार्यालय परिसर में घुसने की कोशिश की, जो एक संगठन के बैज लगाए हुए थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम में तकनीकी गलती हुई थी, लेकिन इसके बावजूद जबरन गेट खोलने और सुरक्षा बलों से उलझने जैसी घटनाएं अनुचित थीं। उन्होंने कहा कि झड़प में बोर्ड के सुरक्षा कर्मियों को भी चोटें पहुंची हैं।