राइट न्यूज / हिमाचल
प्रदेश में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। विजयदशमी पर शिमला के शहर में जाखू, नाभा, बीसीएस, संकटमोचन और बालूगंज रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। जाखू मंदिर में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन शाम 6:30 बजे किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। पूरा क्षेत्र जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। यहां रावण का पुतला 45 फीट और मेघनाद तथा कुंभकर्ण के पुतले 40-40 फीट ऊंचे बनाए गए हैं। पुतला दहन से पहले भव्य आतिशबाजी की गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुक्खविंद्र सिंह सुक्खू ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं और प्रदेश में सुख, समृद्धि व शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने लोगों से भगवान श्रीराम के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
इससे पहले मंदिर में साढ़े तीन बजे तक भंडारा भी परोसा गया। जाखू हनुमान मंदिर तक जाने और जाने के लिए वन-वे ट्रैफिक रखी गई। मौके पर अग्निशमन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौजूद रहीं। हनुमान मंदिर जाखू के लिए परिवहन निगम लोगों को लाने ले जाने के लिए सात टैक्सियां चलाईं। रिट्ज से तीन, छोटा शिमला, लक्कड़ बाजार, ओल्ड बस स्टैंड और हाईकोर्ट से एक-एक टैक्सी जाखू हनुमान मंदिर तक चलाई गई।