सेंसर युक्त होंगी रोहतांग टनल की लाईटस,31 अगस्त तक पूरा होगा टनल..

सेंसर युक्त होंगी रोहतांग टनल की लाईटस,31 अगस्त तक पूरा होगा टनल..

राईट न्यूज / मनाली

लद्दाख की दूरी 46 किलोमीटर कम करने वाली अटल सुरंग इस 31 अगस्‍त तक बनकर तैयार हो जाएगी। इसके बनने से लाहौल घाटी में रहने वाले सर्दियों में इसका लाभ उठा पाएंगे।

मनाली से लद्दाख की दूरी को कम करने वाली अटल टनल की लंबाई अब 9.02 किलोमीटर होगी
पहले अनुमान था कि इसकी लंबाई 8.8 किलोमीटर रहेगी, लेकिन ताजा निर्माण के बाद यह लंबी हुई है।उम्‍मीद है कि सितंबर में या अक्‍टूबर के शुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे

मनाली से लद्दाख की दूरी को कम करने वाली अटल टनल की लंबाई अब 9.02 किलोमीटर होगी। पहले अनुमान था कि इसकी लंबाई 8.8 किलोमीटर रहेगी। लेकिन अब एवलांच कंट्रोल स्‍ट्रक्‍चर बनने के बाद इसकी लंबाई बढ़ गई है। यह जानकारी बॉर्डर रोड्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने दी।

रोहतांग दर्रे को बाइपास करने वाली इस सुरंग का काम 31 अगस्‍त को पूरा हो जाएगा। इसके बाद उम्‍मीद है कि सितंबर में या अक्‍टूबर के शुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। अटल टनल समुद्र तल से 10 हजार फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे लंबी सुरंग होगी।

वाहन के प्रवेश करते ही जग गई रोहतांग सुरंग में लाइटें

अटल रोहतांग सुरंग विश्व की सबसे आधुनिक यातायात सुरंगों में शुमार होगी। हिमालय की पीर-पंजाल रेंज में साढ़े दस हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर बनाई इस सुरंग की खूबी में स्वचालित लाइट, प्रदूषण सेंसर, वेंटिलेशन से लेकर अग्निशमन की स्वचालित तकनीक भी जुड़ गई है। मंगलवार को अढ़ाई बजे लाइट का कार्य भी पूरा हो गया और वाहन सुरंग में प्रवेश होते ही लाइटें जग उठी।

बीआरओ के एक अधिकारी ने बताया कि सुरंग में लगी स्वचालित लाइटें किसी भी वाहन के प्रवेश करते ही जग जाएंगी। जैसे ही वाहन आगे बढ़ता जाएगा लाइटें पीछे से बंद होती जाएंगी। वाहन के बाहर निकलते ही सब लाइटें बंद हो जाएंगी।

लगातार नजर रख रहे हैं लेफ्टिनेंट जनरल

इसके निर्माण की प्रगति देखने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह इस महीने दूसरी बार गए थे। सुरंग के रणनीति महत्‍व को देखते हुए वह व्‍यक्तिगत रूप से इस पर नजर रखे हुए हैं। इस सुरंग के बनने से मनाली और लेह के बीच महज 46 किलोमीटर की दूरी रह जाएगी।

कोरोना में भी नहीं रुका काम

बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन के एक अधिकारी ने बताया, ‘जब से लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कार्यभार संभाला है तब से सुरंग के काम में बहुत तेजी आई है। वह इसमें व्‍यक्तिगत रुचि ले रहे हैं और अक्‍सर साइट पर आकर काम को देखते रहते हैं। उन्‍हीं के प्रयासों की वजह से कोरोना महामारी के बीच भी सुरंग बनाने का काम चलता रहा। इसका असर यह होगा कि इन सर्दियों में रोहतांग दर्रा बंद होने के बाद भी लाहौल घाटी के लोगों को इसका फायदा मिल सकेगा।’

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