यदि सब ठीक है तो जांच से पहले ये बौखलाहट क्यों, श्री पावँटा साहिब विकास मंच का स्टोन क्रेशर संघ को जवाब
श्री पावँटा साहिब विकास मंच ने स्टोन क्रेशर संघ की प्रेस वार्ता में उठाए गए सवालों के जवाब दिए है। जारी प्रेस बयान में मंच के अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान ने कहा कि संबधित स्टोन क्रेशर द्वारा नदी तट व सिंचाई स्कीमों तक अवैध खदान करने व स्टोन क्रेशर के नॉर्म्स फॉलो न करने बारे प्रशासन को एक शिकायत पत्र दिया गया है, जिसकी जांच रिपोर्ट आने तक क्रेशर को बंद करने बारे कहा गया है। यदि सारे नॉर्म्स ठीक हों और आगे से नदी तट तक खनन कार्य न हो, साथ ही सिंचाई स्कीमे बहाल हो तो हमें या गाँव वालों को स्टोन क्रेशर चलाने में कोई आपत्ति नहीं है।

जहाँ तक लठेतों को भर्ती करने का मसला है, इस बारे लगता है कि इन लोगों को बहुत बड़ी गलतफहमी हो गई है। हमने जंगलराज की औपचारिक घोषणा करने की बात उस परिस्थिति में कही है यदि इस शिकायत पर कोई जांच नहीं होती। इस घोषणा का यह कतई मतलब नहीं है कि हम इन खनन कारोबारियों के साथ या किसी आम शहरी के साथ झगड़ा करेंगे, हम यह कहना चाहते है कि जब जंगलराज औपचारिक रूप से घोषित होगा तो उसके बाद हमारे लिए या किसी भी आम नागरिक के लिए भी कोई कायदे कानून लागू नहीं होंगे। ये लठेत उनको जवाब देंगें जो हमको कानून पढ़ाएगा। फिर जैसे वो है वैसे हम हैँ, फिर हम भी उसी लाईन में है l कानून सिर्फ बड़े लोगों के लिए नहीं हो सकते।
उन्होंने संघ को सलाह दी है कि कृपया पूरा ब्यान ठीक से सुनें। खनन कारोबारियों के साथ व्यक्तिगत रूप से हमारे बहुत ही मित्रवत संबंध हैँ, उनके साथ लड़ने का हम कभी सोच भी नहीं सकते। लेकिन सारी खनन गतिविधि सही है, कृपया कोई ऐसा दावा न करें। हम सिर्फ नदी तटों को खोदने के खिलाफ हैं, इस बात को समझो। इस आपदा से सबक लो। सिर्फ दो क्रेशर के बारे में ग्रामवासियो को संदेह है जो कि जांच रिपोर्ट में स्पष्ट हो जायेगा। और यदि सब ठीक है तो क्या एतराज।
न्यूज कॉपी – दिनेश पुंडीर

