राईट न्यूज़ हिमाचल/मंडी
भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे मंडी से हणोगी के बीच 10 घंटों तक बंद रहा है। कहीं पर लैंडस्लाइड तो कहीं सड़क पर मलबा आने के कारण यह हाईवे यातायात के लिए बाधित रहा। मिली जानकारी के अनुसार रात 1 बजे हाईवे यातायात के लिए बंद हो गया, जबकि सुबह 10 बजे इसे एकतरफा यातायात के लिए ही बहाल किया जा सका।
अभी भी हाईवे एकतरफा यातायात के लिए ही बहाल हो पाया है। यहां ट्रेफिक को रोक-रोककर गुजारा जा रहा है। जहां-जहां हाईवे यातायात के लिए प्रभावित हुआ है उसमें कैंची मोड़ के पास दरारें आना, दयोड के पास नाले का मलबा सड़क पर आ जाना, हणोगी के पास पिछली बरसात के दौरान लगाए गए डंगों का ढह जाना, जागर नाला के पास नाले का मलबा सड़क पर आ जाना और 9 व 6 मील के पास लैंडसलाइड होना मुख्य कारण रहा है।हालांकि मशीनरी को तुरंत प्रभाव से तैनात करके मलबों को हटाकर हाईवे को यातायात के लिए एकतरफा बहाल कर दिया गया है, लेकिन इस कारण यहां फंसे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा और खौफ के साए में रात गुजारनी पड़ी।
पंडोह डैम के साथ लगते कैंची मोड़ पर फिर आई दरारेंकरीब 8 महीनों की जदोजहद के बाद 40 करोड़ की लागत से पंडोह डैम के साथ लगते कैंची मोड़ के पास पिछली बरसात में क्षतिग्रस्त हुए हाईवे का निर्माण हो पाया था। लेकिन इस बरसात के मौसम में कुछ दिन पहले हुई बारिश के दौरान ही यहां पर दरारें आ गई थी।उस वक्त एनएचएआई और निर्माण कार्य कर चुकी कंपनी ने दलील दी थी कि बरसात में जगह बैठने के कारण यह हुआ है और यह सामान्य घटना है। लेकिन अब जब दूसरी बार फिर से भारी बारिश हुई तो यहां फिर से दरारें आ गई।
जिस कारण यहां यातायात एकतरफा और सावधानीपूर्वक गुजारा जा रहा है। यहां पर बार-बार हर बरसात में दरारें आने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
