राइट न्यूज हिमाचल
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार पांच दिनों से बिगड़ता जा रहा है और शनिवार सुबह 10 बजे यह 349 माइक्रोग्राम तक पहुँच गया, जो इस साल का सबसे खराब AQI स्तर है। इससे क्षेत्र में रहने वाले लोगों, खासकर अस्थमा और श्वसन रोगों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं।
प्रदूषण का मुख्य कारण: उद्योग और गाड़ियांबद्दी में खराब हवा का सबसे बड़ा कारण यहां के विभिन्न उद्योगों से निकलने वाला प्रदूषण बताया जा रहा है। इन उद्योगों से निकलने वाले धुएं और रसायन हवा में घुलकर प्रदूषण की स्थिति को और भी विकराल बना रहे हैं। इसके अलावा, गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण भी समस्या को बढ़ा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि पड़ोसी राज्यों पंजाब और हरियाणा में जल रही पराली का प्रदूषण में योगदान कम है क्योंकि वर्तमान में हवाएं उत्तर से पश्चिम की ओर बह रही हैं जो बद्दी में पराली के प्रदूषण को लेकर असरदार नहीं हैं।
धूल और सूखा से हवा की गुणवत्ता हो रही खराबलंबे समय से चल रहे सूखे मौसम के कारण धूल का गुबार उठ रहा है, जिससे हवा में प्रदूषण की मात्रा और बढ़ गई है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में बारिश की कमी के कारण हवा में मौजूद धूल कणों का स्तर बढ़ गया है, जिससे भी AQI पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।बद्दी में बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रतिदिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
खासकर अस्थमा और सांस की बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को अधिक कठिनाई हो रही है। इन उद्योगों में काम करने वाले मजदूर और कर्मचारी जो वायु प्रदूषण के सीधे संपर्क में आते हैं, उनकी सेहत पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक पैमाना है, जो हवा में मौजूद प्रदूषण की मात्रा को मापता है। AQI का स्तर 0 से 500 तक होता है, जिसमें 0-50 को अच्छा, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को खराब, 201-300 को बहुत खराब और 301-500 को खतरनाक माना जाता है।
जब AQI 200 से ऊपर हो, तो यह स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन समस्याओं से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए। बद्दी में वर्तमान में AQI 349 तक पहुंच चुका है, जो चेतावनी का संकेत है।राहत की बात है कि हिमाचल प्रदेश के अन्य शहरों की हवा अभी भी अपेक्षाकृत साफ है। परवाणू में AQI 137, पांटवा साहिब में 119, ऊना में 110 और शिमला में 50 के आसपास है जो हवा की गुणवत्ता को अच्छा दर्शाता है।
वहीं, मनाली और धर्मशाला जैसे हिल स्टेशनों में भी AQI 30 से 70 के बीच है।
