नाहन (सिरमौर)। डॉ. वाई.एस सिंह परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में डिलीवरी के बाद कोरोना पॉजिटिव निकली महिला के संपर्क में आए उसके परिवार के सभी लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, सात दिन की बेटी की रिपोर्ट भी निगेटिव है। कोरोना संक्रमण से बची इस बच्ची की देखभाल में अब स्वास्थ्य विभाग बेहद सावधानियां बरत रहा है।
त्रिलोकपुर स्थित कोविड केयर सेंटर में महिला को अलग कमरे में रखा गया है। जबकि देखभाल के लिए एक अन्य कमरा भी दिया गया है। इस कमरे में महिला के तीमारदार रह रहे हैं। बच्ची की देखभाल बेहद ही सावधानी पूर्वक की जा रही है। इसके लिए बाकायदा बाल रोग विशेषज्ञ की भी सलाह ली जा रही है।गौरतलब है कि नाहन मेडिकल कॉलेज में पहुंची बर्मापापड़ी पंचायत की एक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है। गर्भावस्था में अस्पताल आई महिला का सिजेरियन से प्रसव हुआ। उसने एक बेटी को जन्म दिया लेकिन इसके ठीक बाद उसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई। प्रशासन ने महिला के संपर्क में आए गांव के लोगों सहित उसके परिवार से जुड़े कुल 22 लोगों के सैंपल लिए थे। शनिवार रात को सभी 45 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इधर, कोरोना संक्रमण से जूझ रही नवजात बच्ची की मां को बच्ची से अलग नहीं किया जा सकता। लिहाजा, बच्ची की देखभाल में बेहद सावधानियां बरती जा रही हैं।सीएमओ डॉ. केके पराशर ने बताया कि इस संदर्भ में शिशुरोग विशेषज्ञों से लगातार राय ली जा रही है। उसी के अनुसार बच्ची की देखभाल हो रही है। महिला को एन-95 मास्क दिया गया है। साथ ही उसे दस्ताने पहनने और बार-बार हाथ धोने के बारे में जागरूक किया गया है। इसके अलावा और भी कई एहतियात बरते जा रहे हैं।