राईट न्यूज़ हिमाचल
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के ठीकरू और लिंगने की पहाड़ियों में मंगलवार शाम को बादल फटने की घटना घटी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण क्षेत्र में भारी जलप्रवाह उत्पन्न हुआ। हालांकि इस घटना में कोई जानमाल का नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन इलाके के लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पहाड़ियों पर बादल फटने के बाद आया सैलाब अपने साथ कई पेड़ों और मलबा लेकर सतलुज नदी की दिशा में बहने लगा। बाढ़ के चलते क्षेत्र की भूमि को काफी क्षति पहुंची और ठीकरू संपर्क सड़क मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ की चपेट में आ गया, जिससे लोगों की आवाजाही बंद हो गई।
बादल फटने के कारण सिंचाई कूहलों और जल शक्ति विभाग के स्रोतों को भी नुक्सान पहुंचा है। क्षेत्र के निवासियों का मानना है कि यदि यह घटना आबादी वाले इलाके में होती तो जानमाल का बड़ा नुक्सान हो सकता था।उधर, कल्पा के एसडीएम डॉ. मेजर शशांक गुप्ता ने जानकारी दी कि बादल फटने की घटना में कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ।
एसडीएम ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को नुक्सान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही क्षेत्र में यातायात और अन्य सुविधाओं को बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
