राईट न्यूज़ हिमाचल/मंडी
मज़दूर संगठन सीटू के राज्यव्यापी विरोध दिवस पर वीरवार को मंडी में आंगनवाड़ी, मिड डे मील, रेहड़ी-फहड़ी, फोरलेन, निर्माण एवं मनरेगा एचपीएमआरए यूनियनों से जुड़े सैंकड़ो मज़दूरों ने ज़िला मुख्यालय मंडी में प्रदर्शन किया।
मजदूरों ने शहर में एक रैली निकाली और प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भी भेजा। ज्ञापन में मांग की गई कि केंद्र सरकार द्वारा 44 श्रम कानूनों को रद्द करके बनाई चार श्रम सहिंताओं को ख़त्म किया जाए और श्रम कानूनों को बहाल किया जाए।
सीटू महासचिव राजेश शर्मा ने कहा कि ये श्रम कोड पूर्व भाजपा सरकार के समय ही बना दिए गए थे लेकिन लागू नहीं हुए थे और अब फ़िर से सत्ता में मोदी के नेतृत्व में बनी सरकार ने इन्हें सौ दिनों में लागू करने का टारगेट तय किया है।
जिसके विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके अलावा मज़दूरों का न्यूनतम वेतन 26 हज़ार मासिक करने की भी मांग की जा रही है। आंगनवाड़ी यूनियन ने मांग की है कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के तहत ग्रेच्युटी दी जाए, नर्सरी टीचरों की भर्ती रेगुलर आधार पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में से ही कि जाए और उन्हें इसके लिए एनटीटी प्रमाण पत्र में छूट दी जाए, सभी मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को पूर्ण केंद्र का दर्जा दिया जाए, 35 वर्ष से अधिक उम्र और पांच साल पूरा कर चुकी हैल्परों को वर्कर बनाया जाए।
हरियाणा की तर्ज़ मानदेय और पेंशन दी जाये। यूनियन 28 जुलाई को सम्मेलन आयोजित करके आंदोलन की अगली रूपरेखा तैयार करेगी। वहीं मिड डे मील यूनियन ने हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट द्धारा उन्हें दस के बजाए 12 महीने का वेतन देने के फ़ैसले को तुरंत लागू करने, 25 बच्चों की शर्त और स्कूलों को मर्ज करने या बन्द करने पर मिड डे मील वर्करों को भी दूसरे स्कूलों में समायोजित करने, रेहड़ी फहड़ी धारकों को लाइसेंस जारी करने, मनरेगा में मज़दूरों को घोषित 300 रु दिहाड़ी और सौ दिनों का रोज़गार देने सहित अन्य मांगें शामिल हैं।
सीटू ने आगाह किया है कि यदि प्रदेश और केंद्र की सरकारें समय रहते मजदूरों की विभिन्न मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाले समय में आंदोलन को और तेज किया जाएगा जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
इस मौके पर अर्चना, तमन्ना, रणो, हीरो, सुलेखा, गुरुदास वर्मा, गोपेन्द्र शर्मा, सुरेश सरवाल, हमिन्द्री शर्मा, बिमला, सुदर्शना, नागो, इन्द्र सिंह, राजेन्द्र कुमार, ललित, सुरेंद्र कुमार, प्रवीण कुमार, जगदीश व प्रकाश ठाकुर आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
