राईट न्यूज / पांवटा साहिब
गत दो दिन से हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आई है। वीरवार को भी जिला में जमकर बारिश हुई। मैदानी इलाकों में बारिश और पहाड़ों पर पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। अप्रैल माह में ठंड का अहसास होने लगा है। कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की भी जानकारी प्राप्त हुई है। इससे लगातार बढ़ रही गर्मी से निजात तो मिली है लेकिन किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई है। इन दिनों जिला के काफी क्षेत्र में गेहूं की फसल पककर तैयार हो गई है।
पिछले दिनों से हो रही बारिश से गेहूं की फसल काली पड़ने का डर किसानों को सताने लगा है। इसके साथ ही प्याज व लहसुन की फसल भी तैयार होने को है लेकिन जिन स्थानों पर ओलावृष्टि हुई है वहां यह फसलें भी खराब हो सकती हैं। बता दें कि पिछले दिनों से दिन व दिन बढ़ रही गर्मी के बाद 3 दिन से हो रही बारिश ने तापमान को 10 डिग्री से नीचे तक पहुंचा दिया है।
प्रदेश में पिछले 3 दिनों से मौसम ने करवट बदली है जिसके बाद लाहौल स्पीति, शिमला,किन्नौर, कुल्लू मनाली, के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है वहीं जिला शिमला,सिरमौर, ऊना में कहीं जगह भारी ओलावृष्टि हुई है लगभग पूरे प्रदेश में मध्यम पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में बारिश का दौर चला हुआ है।

हिमाचल प्रदेश में अप्रैल के महीने में बर्फबारी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया आलम यह है कि जहां कभी बर्फबारी नहीं हुई, वहां भी हिमपात हो रहा है, नारकंडा में सुबह से बर्फबारी हो रही है जिससे वाहनों की आवाजाही पर भी प्रभाव पड़ा है
