राईट न्यूज / हिमाचल
प्रदेश के जिला सिरमौर को पहले 57 किलोमीटर का फोरलेन मिलने जा रहा है। फोरलेन को बनाए जाने को लेकर इसका टेक्निकल टेंडर भी हो चुका है। देहरादून और चंडीगढ़ को जोडऩे वाले पांवटा साहिब-कालाअंब नेशनल हाईवे-07 को फोरलेन व्यापारिक, ट्रांसपोर्टेशन तथा सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
फोरलेन बनने से इस नेशनल हाईवे पर सफर और भी आसान हो जाएगा। पांवटा से कालाअंब की दूरी 57 किलोमीटर है। एनएचएआई ने इस नेशनल हाईवे के सर्वेक्षण के लिए 8 करोड़ रुपए के कंसल्टेंसी टेंडर अवार्ड कर दिए हैं। प्राधिकरण ने इस कार्य को भोपाल की लायंस नामक फर्म को सौंपा है। जल्द कंपनी एनएच का सर्वे शुरू करेगी।
सर्वे कार्य पूरा होने के बाद इसकी डीपीआर तैयार की जाएगी, जिसे मंत्रालय को भेजा जाएगा। यहां यह भी बताना जरूरी है कि भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के द्वारा कुछ वर्षों पहले पंजाब के पाकिस्तान बॉर्डर से लेकर के नेपाल सीमा टनकपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 07 स्वीकृत हुआ था।
इस नेशनल हाईवे का 57 किलोमीटर का पैच जिला सिरमौर से होकर गुजरता है। बड़ी बात तो यह है कि अब यह पूरा का पूरा राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन होने की तैयारी में लग गया है। एनएच पर पांवटा साहिब को जोडऩे वाले उत्तराखंड क्षेत्र के कुल्हाल- देहरादून तथा रायपुर रानी से काला अंब तक फोरलेन बनाने का कार्य प्रगति पर चला हुआ है।
नारायणगढ़ से आगे काला अंब की और सड़क के दोनों ओर से सफेदे के पेड़ काटे जा चुके हैं। यही नहीं इस फोरलेन की जद में आने वाले रिहायशी क्षेत्रों को कंट्रोल विडथ में चिन्हित भी किया जा रहा है। इस एनएच पर अब हिमाचल से होकर गुजरने वाला 57 किलोमीटर का हिस्सा अभी डबल लेन है, जिसको फोरलेन बनाए जाने को लेकर टेक्निकल टेंडर किए जा चुके हैं।
इस फोरलेन के बनने के बाद औद्योगिक क्षेत्र पांवटा साहिब और कालाअंब के उद्योगपतियों की ट्रांसपोर्टेशन की समस्या का समाधान होगा। साथ ही यह भी बता दें कि इस मार्ग के फोरलेन बन जाने के बाद हिमाचल से भोपाल लखनऊ आदि बड़ी-बड़ी फल मंडियों तक जाने वाला सेब भी रफ्तार पकड़ेगा।
सर्वेक्षण के बाद साफ होगा कि इस एनएच की जद में कितने घर और दुकानों समेत निजी और सरकारी संस्थान आएंगे। बहरहाल, ये जिले का पहला फोरलेन होगा। अभी जिले में चार नेशनल हाईवे हैं, जिनकी दूरी 262 किलोमीटर है। इस एनएच के अलावा जिले में 78 किलोमीटर लंबा नाहन-कुमारहट्टी NH 907A और सात किलोमीटर लाल ढांग-बात्तापुल चौक NH-907 है।
इसके अलावा पांवटा-शिलाई एनएच 707 का निर्माण कार्य प्रगति पर है। एनएच के अधिशासी अभियंता नरेंद्र वर्मा ने बताया कि एनएच को फोरलेन बनाने के लिए कंसल्टेंसी टेंडर किए जा चुके हैं। ये टेंडर मध्यप्रदेश के भोपाल की एक कंपनी के नाम हुए हैं। इसका टेक्निकल सर्वे पूरा होने के बाद डीपीआर बनेगी।